संदर्भ राजनीति मतलब बुराई से लड़ना. धर्म मतलब अच्छाई करना. वर्तमान में राजनीति में इतनी गिरावट आ गई है जिससे लोकतंत्र पर खतरा है. कुछ पार्टियों द्वारा सीटों की टिकट की टिकट की खरीद बिक्री हो रही है. इससे लोकतंत्र पर ही खतरा है. क्योंकि लोकतंत्र का मतलब वोट का राज और वोट प्रणाली ही चौपट हो जाए तो लोकतंत्र कैसे बचेगा.
महात्मा गांधी बाबू, जयप्रकाश नारायण, डॉक्टर लोहिया, बाबासाहेब और जननायक कर्पूरी ठाकुर के नाम और विचारधारा पर लाखों लोग रहे कठिनाइयां सही लेकिन डगमग नहीं हुए. समाजवाद की जगह सामंतवाद जातिवाद वह वाद परिवारवाद संप्रदायवाद आ गया. यह सभी उतनी ही बुरी है जिसके खिलाफ समाजवाद का जन्म हुआ था.
उपरोक्त पांच महान पुरुष के पदों की जगह एक ही परिवार के 5 लोगों का फोटो छपने लगा. लोग रोजाना धन कमाने और धन कमाकर ज्यादा लाभ पाने की खोज में रहे हैं. राजनीतिक कई परिभाषा के अनुसार इन सभी बुराइयों से लड़ना ही पड़ेगा. यह सब नहीं कर सका और लड़ने के लिए तैयार था सावधान पर और पैसे से होना चाहिए गुमराह नहीं सीने पर गोली खाकर निकले मुंह से आह नहीं इसकी गूंज कहां चली गई. राजेश संगठन को मजबूत करने के उद्देश्य से ही पार्टी में संगठन और संघर्ष को मजबूत करने के लिए लिखा लेकिन किसी ने पढ़ने का कष्ट भी नहीं किया, उसे ताक पर रख दिया गया. पदों का बंटवारा और और भेज केवल प्रतिदिन के बयान पर पार्टी कैसे अपने प्रतिदिन.