बिहार विधान सभा चुनाव (Bihar Assembly Elections) में कटप्पा (Katappa) की एंट्री भी हो गई. दरअसल तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के समर्थकों ने फ़ेसबुक के ज़रिए एक तस्वीर डाली है जिसमें नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को कटप्पा के गेट अप में दिखाया गया है जो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के गेट अप वाली तस्वीर को तलवार से भेद रहा है. इस तस्वीर के बहाने समझा जा सकता है कि राजद के नेता और कार्यकर्ता आज तक महागठबंधन (Grand Alliance) से नीतीश कुमार के अलग होने को बर्दाश्त नहीं कर पाए हैं. यही वजह है की तेजस्वी हो या राजद के दूसरे बड़े नेता समय-समय पर नीतीश कुमार को विश्वासघाती कह हमला बोलते रहते हैं. कटप्पा के गेटअप वाली तस्वीर पर राजद के नेता विजय प्रकाश कहते हैं तस्वीर में ग़लत क्या है. ये बात तो बिहार की जनता अच्छे से जानती है कि कैसे लालू यादव की वजह से जीतने वाले नीतीश कुमार ने धोखा देकर बीजेपी से हाथ मिला लिया, लेकिन इस बार के चुनाव में जनता पिछला सारा हिसाब-किताब पूरा कर लेगी.
दरअसल 2015 में नीतीश कुमार ने महगठबंधन, जिसमें कांग्रेस और राजद शामिल थी, के साथ मिलकर सरकार बनाई थी. लेकिन दो साल के बाद ही नीतीश कुमार और लालू यादव में तेजस्वी यादव पर चल रहे भ्रष्टाचार के आरोप को लेकर दूरियां बढ़ती गईं जिसका नतीजा ये रहा कि नीतीश कुमार ने लालू यादव का साथ छोड़ दिया और BJP के साथ हो लिए. इसी बात को आज तक राजद के नेता नहीं भूले हैं और समय- समय पर नीतीश कुमार पर विश्वासघात का आरोप लगा हमला बोलते हैं. राजद नेता के नीतीश कुमार को विश्वासघाती कहने और कटप्पा के पोस्टर केे बहाने हमला बोलने पर जेडीयू नेता और मंत्री नीरज कुमार ने तीखा हमला बोलते हुए कहा कि जो लोग नीतीश जी पर आरोप लगाते हैं वो पहले अपनी गिरेबां में झांक कर देखें. नीतीश जी की मदद से 2015 में सत्ता में आकर सत्ता का सुख भोगा और जब आय से अधिक मामले में फंस गए और नीतीश जी ने सिर्फ़ जनता के सामने आकर अपना पक्ष रखने की बात कही तो सांप सूंघ गया था. जनता के पैसे को खाकर जेल की हवा खा रहे लालू यादव ने बिहार की जनता के पीठ में जो छुरा घोंपा है उसे बिहार की जनता आज तक नही भूली है.