महावीर मंदिर न्यास, पटना ने मुख्यमंत्री राहत कोष में १ करोड़ रुपए की सहयोग राशि कोरोना वायरस की विभीषिका को समूल नष्ट करने एवं ग़रीबों को भोजन सुलभ कराने की सरकारी योजना को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से दिया है।अतीत में भी मुज़फ़्फ़रपुर ज़िले में बच्चों के बीच व्याप्त मस्तिष्क़ ज्वर के उपचार में महावीर मंदिर ने १२ लाख रुपय की दवा तथा ग्लूकोज़ ज़िलाधिकारी, मुज़फ़्फ़रपुर को दिया था। कोरोना वायरस के दमन तथा ग़रीबों को भोजन उपलब्ध कराने हेतु और भी कोई जवाबदेही मिलती है तो उसका पालन महावीर मंदिर न्यास सहर्ष एवं पूरी तत्परता के साथ करेगा।
कोरोना वायरस की महामारी से बचाव के लिए एहतियाती इंतजाम करने में धार्मिक स्थल भी पीछे नहीं हैं। कई प्रमुख मंदिर जहां बंद हो गए हैं, वहीं कई मंदिरों में बाकायदा श्रद्धालुओं का हाथ धुलवाने से लेकर सैनिटाइजर तक के इंतजाम किए गए हैं। ऐसे मंदिरों की सूची में अब पटना के प्राचीन महावीर मंदिर का भी नाम जुड़ गया है।
कोरोना वायरस का असर अब प्राचीन महावीर मंदिर पर भी पड़ने लगा है। एहतियातन मंदिर प्रशासन ने कोरोना का संक्रमण रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं, साथ ही यह भी साफ किया है कि मंदिर बंद नहीं किया जाएगा। मंदिर में फूल और प्रसाद चढ़ाने पर रोक लगा दी गई है। मंदिर के कर्ताधर्ता आचार्य किशोर कुणाल ने कहा है कि मंदिर में घंटा बजाने पर भी रोक लगा दी गई है।
उन्होंने कहा कि बहुत से ऐसे श्रद्धालु हैं, जो बगैर दर्शन किए भोजन ग्रहण नहीं करते। दर्शन के बाद ही भोजन उनकी जीवनचर्या का अंग है। किशोर कुणाल ने कहा कि ऐसे श्रद्धालुओं की परेशानी को देखते हुए ही मंदिर को बंद नहीं करने का निर्णय लिया गया है। किशोर कुणाल ने बताया कि महावीर मंदिर देश के उन चंद मंदिरों में से एक है, जहां प्रतिदिन 18 घंटे ऑनलाइन दर्शन की सुविधा उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि मंदिर प्रशासन ने एहतियातन ऑनलाइन प्रसाद चढ़ाने की व्यवस्था शुरू की है।