कन्हैया कुमार को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है। पटना के गांधी मैदान में आयोजित इस रैली के बारे में कहा जा रहा है कि जब कन्हैया कुमार राष्ट्रगान गा रहे थे तो उनसे गलती हो गई। कहने वाले तो यहां तक कहने हैं कि देश को बचाने वाले कन्हैया कुमार को राष्ट्रगान नहीं आता। जानकारों की माने तो कन्हैया कुमार जब राष्ट्रगान गा रहे थे तो राष्ट्रगान के अंतिम पल में जन गण मंगल दायक जय हे आता है तब कन्हैया कुमार ने जन गण मन अधिनायक जय हे गा दीया। सोशल मीडिया पर वीडियो तेजी से वायरल हो रही है।
बिहार की राजधानी पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में गुरुवार को ‘संविधान बचाओ, नागरिकता बचाओ’ महारैली में भाकपा नेता कन्हैया कुमार समेत कई दिग्गज शामिल हुए। CAA, NRC और NPR के विरोध में आयोजित महारैली में केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला गया। महारैली में शामिल नेताओं ने CAA, NRC और NPR को लेकर जहां केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह पर निशाना साधा। शाहीनबाग का जिक्र करते हुए CAA, NRC और NPR को स्वीकार नहीं करने की बात कही। वहीं, दिल्ली में हुई हिंसा पर कन्हैया कुमार ने कहा कि वहां राजनीतिक दल आग लगा रहे हैं।
जनता और गणतंत्र बचाने की यात्रा
‘संविधान बचाओ, नागरिकता बचाओ महारैली’ को संबोधित करते हुए कन्हैया कुमार ने ‘जन गण यात्रा’ के बारे में मौजूद लोगों को बताया। कन्हैया कुमार ने कहा कि उनकी ‘जन गण मन यात्रा’ किसी को नेता बनाने के लिये नहीं है। यह जनता और देश के गणतंत्र को बचाने के लिये है। उन्होंने आगे कहा कि अब देश को तय करना होगा कि वह महात्मा गांधी के साथ चलेगा या वह गोडसे के साथ है। कन्हैया ने एलान किया कि हम धर्म की राजनीति नहीं चलने देंगे।
महारैली में कन्हैया कुमार का भाषण
भाकपा नेता कन्हैया कुमार ने मंच संभालते ही केंद्र सरकार पर जोरदार हमला बोला। वहीं, दिल्ली हिंसा पर कन्हैया कुमार ने कहा कि वहां राजनीतिक दल आग लगा रहे हैं। इसके पहले छोटे बच्चे से मंच से नारा लगवाया गया। इसके साथ ही लोगों ने राष्ट्रगान भी गाया। जबकि, दिल्ली हिंसा के शिकार लोगों की आत्मा की शांति के लिये दो मिनट का मौन भी रखा गया। कन्हैया कुमार के पहले कई सामाजिक-राजनीतिक हस्तियों ने भाषण दिया। इस दौरान CAA, NPR और NRC का जोरदार विरोध किया गया।
हमें तिरंगे के रंग की रक्षा करनी है
सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटेकर ने कहा कि अगर दिल्ली की तख्त को धक्का देना है तो उसकी शुरुआत बिहार से करनी होगी। आज गंगा-जमुनी तहजीब पर हमला हो रहा है। हमें आजादी के नये आंदोलन को अंजाम तक पहुंचाना है। महिलाओं का संकल्प अद्भुत होता है। हमें तिरंगा और तिरंगे के रंग की रक्षा करनी है। मेधा पाटेकर ने कहा कि असम में NRC फेल हो चुका है। वैश्वीकरण की बात करने वाले देश में बुलाये गये श्रमिकों को बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है। उन्होंने ‘हिंदू-मुस्लिम सिख ईसाई, आपस में हैं बहन-भाई’ का नारा भी दिया।
हमें बांटकर सत्ता की चाहत
पूर्व आईपीएस अधिकारी कन्नन गोपीनाथन ने कहा कि पहले नागरिक सरकार चुनती थी। आज सरकार नागरिकों को चुन रही है। देश में आंदोलन से ही कानून गये हैं। यह कानून भी आंदोलन से ही जायेगा। उन्होंने सवाल पूछा कि यह कैसे साबित होगा कि शरणार्थी पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान से ही आये हैं? इसके जवाब में अधिकारियों का कहना है कि इस पर उन्होंने सोचा ही नहीं है। जिस दिन केंद्र की सरकार गिरेगी, उस दिन कानून भी चला जायेगा।
देश के लिये लंबी लड़ाई की जरुरत
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी ने कहा कि यह लोग हमें बांटकर सत्ता चाहते हैं। हम आजादी की दूसरी जंग लड़ रहे हैं। एक दिन की लड़ाई में हम जंग नहीं जीत सकते हैं। देश के लिए लंबी लड़ाई लड़नी पड़ी। आज हम प्रदर्शन करते हैं, धरना देते हैं तो घर लौटने का यकीन नहीं होता है। आज कोई मरता है तो पूछते हैं कि कौन मरा है? हिन्दू या मुसलमान? कहां गई हमारी इंसानियत? बापू के अहिंसा के देश में गोली मारने का आदेश दे दिया गया। बापू को भी सीने में गोली मारी गयी थी।
देश में फिर से बंटवारे की साजिश
महारैली में पटना यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन के अध्यक्ष मनीष भी शामिल हुए। उन्होंने महारैली में कहा कि आज देश में फिर से बंटवारे की साजिश की जा रही है। राज्य सरकार को सलाह दिया कि अगर बिहार के मुसलमानों के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं तो उन्हें बीजेपी से गठबंधन तोड़ देना चाहिए। सीपीआई के राज्य सचिव सत्यनारायण सिंह ने कहा कि ‘जन गण मन यात्रा’ के दौरान कन्हैया कुमार पर आठ बार हमला किया गया। रैली को असफल करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी गयी। अब, बिहार में लेफ्ट डेमोक्रेटिक सेकुलर फ्रंट बनाना जरूरी है।
मोदी-शाह की विचारधारा से दिक्कत
गांधी मैदान में आयोजित ‘संविधान बचाओ, नागरिकता बचाओ महारैली’ को संबोधित करते हुए सदफ जफर ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर निशाना साधा। सदफ जफर ने कहा कि अमित शाह की बात से सहमत हैं कि मुसलमानों को डरने की जरूरत नहीं है। आज उनको डरने की जरूरत है, जो संविधान में यकीन रखते हैं। हमें एक उंगली की ताकत से सत्ता पलट देना है, हमें सोच कर बटन दबाना है। हमें मोदी-शाह से कोई दिक्कत नहीं है, हमें उनकी विचारधारा से दिक्कत है। उन्होंने कहा कि हमारे ऊपर लगने वाली हर धारा हमारे लिए बैज के जैसे हैं।
चंद लोगों के लिए CAA, NRC और NPR
महारैली को संबोधित करते हुए भाकपा के विधायक महबूब आलम ने CAA, NRC और NPR का जिक्र करते हुए बीजेपी को कठघरे में खड़ा किया। आलम ने कहा कि चंद लोगों की शिनाख्त के लिए केंद्र सरकार CAA, NPR और NRC लेकर आयी है। वहीं, कहा कि बिहार में बीजेपी के सीने में कलम लगाकर NRC को पास करवाया। हिटलर ने यहूदियों को निशाना बनाया, आज नरेंद्र मोदी ने NRC के बहाने मुसलमानों को निशाना बनाया है।
आतंकियों के साथ बैठी है केंद्र सरकार
इसके पहले ‘संविधान बचाओ, नागरिकता बचाओ महारैली’ के मंच पर कन्हैया कुमार के पहुंचते ही भीड़ ने उनका अभिवादन किया। कन्हैया कुमार ने मंच पर से ही भीड़ का स्वागत किया। उन्होंने मंच पर पहुंचने के बाद लोगों को प्रणाम के साथ सैल्यूट भी किया। वहीं, ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक के बिहार के पर्यवेक्षक और बंगाल के विधायक ने कहा कि ममता बनर्जी ने NRC को केंद्र में समर्थन दिया था। लेकिन, आज वो उसका विरोध कर रही हैं। उन्होंने कहा केंद्र सरकार आतंकियों के साथ बैठी है।
गोडसे की विचारधारा स्वीकार नहीं- माकपा
महारैली को माकपा नेता अवधेश कुमार ने कहा कि हमारी लड़ाई वैचारिक है। हम सब किसी भी कीमत पर देश में गोडसे की विचारधारा को नहीं चलने देंगे। शाहीन बाग की महिलाओं का जिक्र करते हुए कहा कि वो हमारे लिए आदर्श हैं। हमारी पार्टी के सीएम ने केरल में सबसे पहले CAA के खिलाफ विधानसभा में प्रस्ताव पारित किया। हमसे नागरिकता का प्रमाण कोई नहीं मांग सकता है। हम NPR के किसी सवाल का जवाब नहीं देने वाले हैं। उन्होंने केंद्र सरकार से डिटेन्सन सेंटर को खत्म करने की मांग की।
गिरिराज सिंह भारत में पाकिस्तान के राजदूत
‘संविधान बचाओ, नागरिकता बचाओ महारैली’ की शुरुआत आदिवासी नृत्य से हुई। इसके बाद इप्टा के कलाकारों ने जनगीत की प्रस्तुति दी। वहीं, आमिर ने ‘सब याद रखा जायेगा’ नज़्म को पढ़ा। जनगीत के बाद अररिया विधायक अबीदुर रहमान ने रैली को संबोधित किया। महारैली को सबोधित करते हुए रालोसपा नेता जितेंद्र नाथ ने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह पर बड़ा हमला किया। जितेंद्र नाथ ने गिरिराज सिंह को भारत में पाकिस्तान का राजदूत कह डाला।