भारत सरकार ने कोरोना के वैक्सीन बना लेने का दावा किया है । सरकार ने कहा है कि अगस्त तक इसे लाँच कर दिया जाएगा । इसके लिये आज से भारत में कुल 12 जगहों पर टेस्टिंग शुरू कर दी गई है । इन जगहों पर बिहार स्थित पटना एम्स भी शामिल है । स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि यह ट्रायल दो फेज में शूरू होगा । इस ट्रायल में करीब 1100 से 1200 लोगों को शामिल किया जाने वाला है। पटना एम्स में शुरू हो रहे ट्रायल को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने आईसीएमआर के डीजी के साथ उच्चस्तरीय बैठक की और अधिकारियों को इस सम्बन्ध में दिशा-निर्देश दिया है। ट्रायल शुरू होने से पहले ICMR के डायरेक्टर जनरल प्रोफेसर बलराम भार्गव के साथ हुई बैठक में पटना एम्स के साथ-साथ देश के सभी 12 संस्थानों के प्रमुख मौजूद थे।
आज से शुरू हो रही कोवैक्सिन के ह्यूमन ट्रायल को लेकर पटना एम्स के अधिकारियों से केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़कर ट्रायल की पूरी जानकारी ली। इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान एम्स प्रबंधन ने उन्हें भरोसा दिया है कि 5 सदस्यीय एक्सपर्ट डॉक्टरों की टीमें गठित कर दी गयी है जो पहले फेज का आज से ट्रायल शुरू करेंगे। साथ ही प्रबंधन ने भरोसा दिया कि विश्व स्तर पर स्वीकृत मापदंडों के अनुसार ही सभी प्रोटोकॉल्स का पालन करते हुए ट्रायल शुरू किया जायेगा।
इस मौके पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्ग दर्शन में भारत को कोरोनावायरस से मुक्ति के लिए सभी महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। मौजूदा समय में धैर्य और संयम बरतने की जरूरत है। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि हाल ही में लापरवाही की वजह से बड़ी संख्या में लोग संक्रमित हुए हैं जो कि चिंता का विषय है। इसलिए जो दिशा निर्देश हैं उसका पूरे अनुशासन के साथ देशवासियों को पालन करने की आवश्यकता है।