न कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) की चेतावनी से फर्क पड़ा और न ही कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) के आगाह किए जाने का ही कोई असर नजर आया. विपक्षी टीम बदली, गेंदबाज बदले, तरीका भी बदल गया, लेकिन नहीं बदला तो वो था ऋषभ पंत (Rishabh Pant) का अंदाज. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टीम इंडिया के लिए ऋषभ पंत एक बार फिर चौथे नंबर पर उतरे…एक बार फिर उन्होंने बेहूदा शॉट खेलकर अपना विकेट गंवाया. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मोहाली में खेले गए दूसरे टी-20 मैच में भारत के इस युवा विकेटकीपर बल्लेबाज के आक्रामक बल्ले से महज चार ही रन निकल सके.
पंत के आउट होते ही कैमरा ड्रेसिंग रूम में बैठे हेड कोच रवि शास्त्री और बैटिंग कोच विक्रम राठौड़ (Vikram Rathore) की ओर मुड़ गया. जहां शास्त्री के हावभाव बता रहे थे कि वे अब पंत को लेकर निर्णायक फैसला लेने का मन बना चुके हैं, वहीं राठौड़ पंत के आउट होने के तरीके से खासे निराश दिखे.
जिस गेंद को कहीं भी मार सकते थे, उस पर फील्डर को कैच दे बैठे
ऋषभ पंत (Rishabh Pant) भारतीय पारी के 12वें ओवर में बल्लेबाजी के लिए तब मैदान में आए जब डेविड मिलर (David Miller) ने शिखर धवन (Shikhar Dhawan) का अद्भुत और असाधारण कैच पकड़कर उन्हें पवेलियन की राह दिखाई. पंत ने पहली गेंद पर एक रन लिया. 13वें ओवर में पंत को दो गेंद खेलने का मौका मिला. इनमें से एक पर उन्होंने सिंगल लिया, जबकि दूसरी पर लेग बाई का रन मिला. 14वें ओवर की तीसरी गेंद पर पंत ने दो रन लिए.
इसके बाद आई वो चौथी गेंद, जिसने एक बार फिर साबित कर दिया कि पंत जल्दी सुधरते नहीं दिख रहे हैं. लेग स्टंप पर फेंकी गई दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाज ब्योर्न फोर्टुइन की इस गेंद पर पंत ने बल्ला घुमाया. इस गेंद को पंत लेग साइड पर कहीं भी मार सकते थे, लेकिन उन्होंने शॉर्ट फाइन लेग पर खड़े तबरेज शम्सी के हाथ में आसान सा कैच थमा दिया.
11 मिनट, 5 गेंद, 4 रन
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज शुरू होने से पहले ऋषभ पंत (Rishabh Pant) ने कहा था कि वो अपने खेल पर काफी मेहनत कर रहे हैं और बिल्कुल नई शुरुआत करने की कोशिश करेंगे. मगर मोहाली टी-20 मैच में महज 11 मिनट क्रीज पर बिताने वाले ऋषभ पंत के बल्ले से 5 गेंद पर 4 रन ही निकल सके. पंत जब क्रीज पर आए तो टीम इंडिया को जीत के लिए 50 गेंद पर 56 रन की दरकार थी. यानी पंत के पास मौका था कि वो क्रीज पर कुछ समय बिताएं और टीम को जीत दिलाकर वापस लौटे. उनके लिए अच्छी बात ये थी कि दूसरे छोर पर खुद भारतीय कप्तान विराट कोहली खेल रहे थे, जो बेहतरीन अंदाज में बल्लेबाजी कर रहे थे.
18 में 11 पारियों में दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू पाए
ऋषभ पंत ने अपने करियर में 19 टी-20 मैच खेले हैं, जिनमें से 18 पारियों में उन्होंने बल्लेबाजी की है. पंत के लचर प्रदर्शन का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने इन 18 में से 11 पारियों में दहाई का आंकड़ा तक नहीं छुआ है. इतना ही नहीं, पंत ने पिछली दस पारियों में से 7 पारियों में 5 या उससे कम रन ही बनाए हैं.
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मोहाली टी-20 में भी पंत चार ही रन बना सके. पंत भले ही आउट होने के बाद मैदान से बाहर चले गए, लेकिन जाते-जाते एक सवाल मैदान पर ही छोड़ गए. सवाल ये कि आखिर क्यों ऋषभ पंत को विफलता के बावजूद टीम मैनेजमेंट चौथे नंबर पर लगातार मौके दे रहा है.