एक तरफ जहां राष्ट्रवादियों की फौज ने चीनी कंपनी का वि’रोध शुरू कर दिया हैं । वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो चीनी कंपनी के उत्पादों और सामानों को खरीदने के लिये हमेशा लालयित रहते हैं । अभी कल ही चीनी कंपनी के वन पल्स मोबाइल ने पहले ही मिनट में आउट ऑफ स्टॉक हो गए वहीं रेडमी नोट नाइन प्रो भी आउट ऑफ स्टॉक हो गया है ।
एक ओर जहां चीन के उत्पादों और कंपनियों के देशभर में वि’रोध हो रहा है वहीं दूसरी ओर बीसीसीआई (BCCI) ने साफतौर पर कह दिया है कि वो आईपीएल के प्रायोजक वीवो से करार खत्म नहीं करेगी. बीसीसीआई ने कहा कि वो अगले दौर के लिये अपनी प्रायोजन नीति की समीक्षा के लिये तैयार है लेकिन आईपीएल के मौजूदा टाइटल प्रायोजक वीवो (VIVO IPL) से करार खत्म करने का कोई इरादा नहीं है. साथ ही बोर्ड के कोषाध्यक्ष अरूण धूमल का कहना है कि आईपीएल में चीनी कंपनी से आ रहे पैसे से भारत को ही फायदा हो रहा है, चीन को नहीं.
लद्दाख में सीमा पर गलवान में दोनों देशों के बीच सैन्य त’नाव के बाद चीन विरोधी माहौल ग’र्म है . चार दशक से ज्यादा समय में पहली बार भारत चीन सीमा (India-China) पर हुई हिं’सा में कम से कम 20 भारतीय जवान श’हीद हो गए. उसके बाद से चीनी उत्पादों के ब’हिष्कार की मांग की जा रही है. धूमल ने हालांकि कहा कि आईपीएल जैसे भारतीय टूर्नामेंटों के चीनी कंपनियों द्वारा प्रायोजन से देश को ही फायदा हो रहा है. बीसीसीआई को वीवो से सालाना 440 करोड़ रूपये मिलते हैं जिसके साथ पांच साल का करार 2022 में खत्म होगा.