चेन्नई के लड़को ने कमाल कर दिया है । एसआरएम युनिवर्सिटी के ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग के 31 लड़को की टीम ने एक ऐसी कार बना डाली है जो एक लीटर में 121 किलोमीटर चलेगी । यह सिंगल सीटर कार है और इस कार के प्रोटोटाइप मॉडल को 19 से 22 नवंबर तक बेंगलुरू में आयोजित होने जा रही शैल इको मैराथन इंडिया में प्रदर्शित किया जाएगा ।
इस प्रतियोगिता में कार की क्षमता को जांचा परखा जाएगा, यदि यहां सफलता मिलती है, तो उक्त कार एशिया शैल ईको मैराथन में भारत का प्रतिनिधित्व करेगी। फ्यूल एफिशेंसी की दृष्टि से उम्दा इस कार को डिजाइन करने में पूरा एक साल का समय लगा है।
मुझे स्टेरिंग की जिम्मेदारी मिली थी: हरदित्य
अजमेर के हरदित्य सिंह ने बताया, कार को बनाने में पूरी टीम का अहम योगदान है। टीम कैप्टन फतेह मोहम्मद सलीम सुबह से शाम तक रोजाना अपनी टीम के साथ इसे बनाने में जुटे रहे। कई बार असफल भी हुए। अब कार बनकर तैयार है। इसमें चार डोमेन व्हीकल डायनामिक्स, पार्टरेन, इलेक्ट्रिकल और कॉर्पोरेट बनाकर सबको अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई। हरदित्य ने बताया कि व्हीकल डायनामिक्स डोमेन में रॉलकेज, स्टेरिंग, ब्रैक और शैल आदि का पार्ट है, जिसमें से उसे स्टेरिंग की जिम्मेदारी मिली थी।
पॉकेट मनी से जुटाई राशि
टीम ने प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए पॉकेट मनी से कार बनाने के लिए राशि जोड़ी, करीब ढाई से तीन लाख रुपए के बीच कार की लागत आई है। पिछले साल जनवरी में इस कार को डिजाइन करना शुरू किया था। इसकी बॉडी बेहद हल्की कार्बन फाइबर और एल्यूमिनियम की बनी है। जबकि इंजन 50 सीसी का है। यह समतल सड़कों पर चलने में सक्षम है।