याद होगा कि 1990 के दशक से लेकर 2000 के शुरूआती वर्षो तक असेंबल्ड पीसी का भारत में खासा शोर था । उस समय कम कीमत वाले पीसी में, अंतराष्ट्रीय ब्रांड्स के बेहतर डेस्कटॉप मॉडलों की कमी और ऑथेराइज्ड सर्विस सेंटरों की भी कमी थी । लेकिन डेल, एचपी और अन्य बड़ी कंपनियों के भारतीय बाजार मे आने के बाद से यह तस्वीर बदली और नए डेस्कटॉप सचमुच उपभोक्ता को कुछ अतिरिक्त पैसे के साथ क्वालिटी भी देते हैं ?
जब आप कोई ब्रांडेड पीसी खरीदते हैं जो उसमें ऑपरेटिंग सिस्टम से लेकर ड्राइवर्स तक टेलर मेड तरीके से इंस्टॉल होते हैं । इस कारण सॉफ्टवेयर संबधी दिक्कतें बहुत कम हो जाती हैं। लेकिन इस डिजाइन च्वाइस का एक नुकसान भी है और वह यह कि आपको अपनी पसंद के उपकरण नहीं मिलते। आपको अंदरूनी और बाहरी उपकरणों में सीमित विकल्प ही मिलती हैं। इसलिए हाइ–एंड ग्राफिक्स कार्ड जैसे प्रोसेसर लगवाना भूल जाएं।
ब्रांडेड कंप्यूटरों के साथ एक अन्य फायदा आफ्टर सेल्स सर्विस का । आरएफआईडी निर्माता कंपनी रेसिलेंट टेक्नालॉजीज के कार्यकारी निदेशक आदित्य मुखोपाध्याय कहते हैं, ‘आप पीसी खरीदने की सोच रहे हैं तो ब्रांडेड सामान ही चुनें। न केवल आपको टेक सपोर्ट मिलेगा बल्कि निर्माता से बेहद सधा हुआ और स्थानीय इंजीनियर से बेहतर सहयोग मिलेगा। डेल और एप्पल जैसी कंपनियां इस दिशा में कॉल सेंटर भी चलाती हैं जो पीसी के बारे में गहरी जानकारी रखते हैं और फोन पर ही आपकी मदद कर देते हैं । जबकि कई लोकल डीलर इस दिशा में जल्द तकनीकी सहयोग नहीं कर पाते।
लेकिन ब्रांडेड पीसी और असेंबल्ड पीसी में फर्क मूल्य का है । एक ब्रांडेड डेस्कटॉप में 20 हजार के लगभग पैसा लिया जाता है । लेकिन नए सॉफ्टवेयरों के इस्तेमाल की सुविधा हाइ–एंड मॉडलों में ही है । एक फायदा यह भी होता है कि ब्रांडेड डेस्कटॉप असेंबल्ड पीसी से सस्ते आते हैं।
लिहाजा, बेहतर सर्विस से लेकर कमतर दिक्कतों तक और इनके बीच का सब कुछ बिना किसी परेशानी के हल हो जाता है । ब्रांडेड डेस्कटॉप सच में यह रेस जीत चुके हैं । आपको किसी विशेष कार्य के लिए पीसी चाहिए या मंनोरंजन के लिए, असेंबल्ड पीसी की जगह चुने ब्रांडेड मॉडल्स ।
असेंबल्ड पीसी की खरीदारी
- पीसी के जो कंपोनेंट आपको पसंद हैं, आप उन्हें लिखकर रख लें। ये कंपोनेंट कहां से आपको सस्ते मिल सकते हैं उसके बारे में जानने का प्रयास करें।
- अधिकतर स्थानीय विक्रेता विंडो ऑपरेटिंग सिस्टम की पाइरेटिड/क्रेक्ड कॉपी इस्तेमाल करते हैं। पाइरेटिड वर्जन वायरस अटैक की चपेट में जल्दी आते हैं, क्योंकि वे विंडो से अपडेट रिसीव नहीं करते । इसके प्रति सावधान रहें और लीगल कॉपी की मांग करें।
- कई डीलर आपको असेम्बल्ड पीसी बहुत कम दामों में देने की बात करेंगे, पंरतु उनकी इंस्टॉलेशन फीस के बारे में भी सतर्क रहें ।
- प्रत्येक कंपोनेंट के वॉरटी पीरियड के बारे में भी अलग–अलग जानकारी पा सकते हैं। अधिकतर के लिए तीन से पांच साल का वारंटी पीरियड होता है।
ब्रांडेड पीसी खरीदने से पहले
- स्क्रीन क्लीनर, ऑप्टिकल माउस, सॉफ्टवेयर आदि व्यर्थ आकर्षण से बचने का प्रयास करें । ऐसा नहीं है कि आपको यह सब नि:शुल्क मिल रहा है । किसी न किसी तरीके से आप छुपी हुई लागत के तौर पर इसका भुगतान कर रहे होते हैं । आप उन चीजों के लिए मना करके अपने पीसी की कीमत कम करने के लिए कह सकते हैं ।
- एक गीगाबाइट रैम आपको अपने आसपास में आसनी से 400 रूपये में मिल जाती है। ऐसे में एक अतिरिक्त रैम पाने के लिए 1000 रूपये अधिक भुगतान करने की आवयकता नहीं है। अधिकतर सभी नए मदरबोर्ड में मल्टीपल रैम स्लॉट आ रहे हैं । अतिरिक्त रैम इंस्टॉल करना कोई बहुत मुकिल टास्क नहीं है ।
- कुछ निर्माताओं का बड़े कॉरपोरेट और सरकारी संगठन से करार होता है, जिसके तहत कंपनियां उस संगठन विशेष के कर्मचारियों को 20 प्रतिशत या 20 प्रतिात की छूट देती हैं । पीसी खरीदते समय कंपनी और मेन्युफैक्चर से इस बाबत बात कर सकते हैं। यह भी पूछें कि आपको यह छूट कैसे मिल सकती है?
- लॉन्ग टर्म कॉम्प्रिहैंसिव वारंटी हासिल करने की कोशिश करें । यह महत्वपूर्ण है । लैपटॉप और पीसी आदि काफी डेलिकेट होते हैं और इनके छोटी–छोटी चीजों से नुकसान होने की संभावना रहती है । वारंटी पीरियड के दौरान किसी तरह के पार्ट में खराबी आने पर उनके रिप्लेस की सुनिचित करने का प्रयास करें ।
- इसके अलावा यदि आपका बजट अधिक है तो आप थोड़ा महंगे और आकर्षक ऑल इन वन सिस्टम की खरीदारी के बारे में भी सोच सकते हैं जैसे आईमैक, एचपी और लेनेवो आदि । उसमें सीपीयू आदि सभी चीजें एक साथ होती हैं और आपको बहुत सारी तार अपने साथ लेकर नहीं चलनी पड़ती है।