NRCऔर CAA के विरोध में प्रदर्शन के दौरान हिंसा करने वालों से ‘प्रतिशोध’ की बात कर विवाद में फंसे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पर कड़ा पलटवार किया है। उन्होंने कहा है कि संन्यासी की लोक सेवा और जन कल्याण के निरंतर जारी यज्ञ में जो भी बाधा उत्पन्न करेगा उसे दण्डित होना ही पड़ेगा। विरासत में राजनीति पाने वाले सेवा का अर्थ क्या समझेंगे।
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से ट्वीट किया गया कि योगी आदित्यनाथ ने भगवा लोक सेवा के लिए धारण किया है। सब कुछ त्याग कर। वह न केवल भगवा धारण करते हैं, बल्कि उसका प्रतिनिधित्व भी करते हैं। मुख्यमंत्री कार्यकालय की ओर से कहा गया कि भगवा वेशभूषा लोक कल्याण और राष्ट्र निर्माण के लिए है और सीएम योगी उस पथ के पथिक हैं।
ट्वीट में आगे लिखा कि संन्यासी की लोक सेवा और जन कल्याण के निरंतर जारी यज्ञ में जो भी बाधा उत्पन्न करेगा उसे दण्डित होना ही पड़ेगा। विरासत में राजनीति पाने वाले और देश को भुलाकर तुष्टिकरण की राजनीति करने वाले लोक सेवा का अर्थ क्या समझेंगे?
इससे पूर्व कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर हमला बोलते हुए कहा था कि यह देश कृष्ण और भगवान राम का है, जो करुणा और त्याग के प्रतीक हैं। लेकिन योगी जी बदले की बात करते हैं। वह भगवा कपड़े पहनते हैं, लेकिन यह भगवा उनका निजी नहीं, बल्कि हिंदू धर्म का प्रतीक है। ऐसे में उन्हें हिंदू धर्म के मायने को समझना चाहिए।
प्रियंका गांधी ने द्वापरयुग में भगवान श्रीकृष्ण के एक प्रसंग का जिक्र करते हुए कहा कि यह देश करुणा का है, जहां बदले की भावना से काम नहीं किया जाता है। देश के इतिहास में संभवत: ऐसा पहली बार हुआ जब एक सीएम ने कहा कि बदला लिया जाएगा।