सेक्स रैकेट में फरार राजद विधायक अरुण यादव के अगिआंव स्थित घर पर पुलिस रविवार को कुर्की जब्ती के लिए पहुंची । लेकिन अरुण के परिजनों ने बताया कि यह बंगला उनकी पत्नी के नाम पर है । इस बंगला पर पीएनबी का 75 लाख रुपए लोन भी है । यह सुनकर पुलिस वहां से लौट गई। फिर अगिआंव प्रखंड के लसाढ़ी गांव स्थित अरुण के पैतृक घर पर दोपहर 3:15 बजे पुलिस टीम पहुंची। घर में रखे टीवी, पलंग, आलमीरा, पंखा, गद्दा, कुर्सी, टेबल सहित तमाम सामान को जब्त कर लिया। खिड़की व दरवाजा भी उखाड़ ले गई । विधायक 11 वर्षीय बच्ची से दुष्कर्म का आरोपी हैं।
कोर्ट के कुर्की-जब्ती के आदेश का तामिला करने रविवार को आरा सदर एसडीपीओ, एएसपी अभियान, पीरो एसडीपीओ के साथ भारी संख्या में पुलिस बल पहुंची है जहां फिलहाल परिजनों के साथ पुलिस की वार्ता चल रही है। मौके पर सैकड़ों की संख्या में विधायक के समर्थक मौजूद है।
परिजनों ने पुलिस को विधायक के नाम चल संपत्ति की कुर्की करने की बात कही जिससे पुलिस भी थोड़ी देर के लिए कार्रवाई करने से रुक गई। फिलहाल विधायक के घरवालों और पुलिस के बीच वार्ता चल रही है जिसके बाद संभवतः पुलिस विधायक अरुण यादव के नाम पर मौजूद संपत्ति की कुर्की के लिए विधायक के अगिआंव के लसाढ़ी के लिए रवाना होगी।
बता दें कि कोर्ट के आदेश के बाद इश्तेहार चस्पा करने गए पुलिस को भी विधायक के परिजनों ने अगिआंव स्थित घर को विधायक की पत्नी के नाम पर होने की बात कहते हुए इश्तेहार चस्पा करने से रोका था बावजूद इसके पुलिस ने वहां इश्तेहार चिपकाया था। बाद में पुलिस विधायक के गांव लसाढ़ी भी पहुंची थी और विधायक के नाम की संपत्ति पर इश्तेहार चिपकाया था।
कोर्ट के कुर्की-जब्ती के आदेश का तामिला करने रविवार को आरा सदर एसडीपीओ, एएसपी अभियान, पीरो एसडीपीओ के साथ भारी संख्या में पुलिस बल पहुंची है जहां फिलहाल परिजनों के साथ पुलिस की वार्ता चल रही है। मौके पर सैकड़ों की संख्या में विधायक के समर्थक मौजूद है।
जुलाई में लगा था आरोप
इलाके के बाहुबली विधायक अरुण यादव पर इसी साल जुलाई महीने में एक नाबालिग का यौन शोषण करने का आरोप लगा था। किशोरी ने इस केस में अरुण यादव के अलावा कुछ और लोगों पर भी आरोप लगाया था। इस बीच पुलिस ने फिर से पीड़िता का बयान कोर्ट में दर्ज कराया। लोगों की मानें तो अरुण यादव सरेंडर के मूड में नहीं हैं और वह कोर्ट से अग्रिम जमानत लेना चाहते हैं। वहीं, कानून के जानकार बताते हैं कि जिस केस में विधायक को आरोपी बनाया गया है, उसमें अग्रिम जमानत का कोई प्रावधान नहीं है।
पीड़िता ने दूसरी बार दर्ज करवाया बयान
पीड़िता का सोशल मीडिया पर आपबीती का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने उसका दूसरी बार कोर्ट में 164 के तहत बयान दर्ज कराया। पीड़िता ने कोर्ट में दिए बयान में आरजेडी विधायक अरुण यादव का नाम लिया है। इससे पहले भी पीड़िता ने विधायक और एक इंजीनियर की संलिप्तता होने की बात पुलिस और कोर्ट को दिए अपने बयान में कही थी। लेकिन, उस वक्त यह साफ नहीं हो सका था कि आखिरकार विधायक कौन है और किस पार्टी से है? इसके बाद भोजपुर पुलिस ने सेक्स रैकेट की संचालिका अनीता देवी, इंजीनियर अमरेश कुमार, दलाल संजीत और सेक्स रैकेट का संचालक संजय यादव उर्फ जीजा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।