कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु का फ्रीडम पार्क। यहां AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की रैली में तब हंगामा मच गया जब एक लड़की मंच से ‘पाकिस्तान ज़िंदाबाद’ के नारे लगाने लगी। लड़की का नाम अमूल्या लियोना है और उस पर राजद्रोह का केस दर्ज कर उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। ओवैसी ने घटना की निंदा की है।
ओवैसी की रैली नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध में बुलाई गई थी। इस घटना का वीडियो सामने आया है, जिसमें अमूल्या ‘पाकिस्तान ज़िंदाबाद’ का नारा लगाती है। असदुद्दीन ओवैसी मंच से जा रहे थे लेकिन वो लौटकर आते हैं और अमूल्या को रोकते हुए माइक छीनने का प्रयास करते हैं। इसके बाद अमूल्या ‘हिंदुस्तान ज़िंदाबाद’ का नारा लगाती है। अगल-बगल के लोग उससे माइक छीन लेते हैं और पुलिस मंच से उतारकर उसे ले जाती है।
#WATCH The full clip of the incident where a woman named Amulya at an anti-CAA-NRC rally in Bengaluru raised slogan of ‘Pakistan zindabad’ today। AIMIM Chief Asaddudin Owaisi present at rally stopped the woman from raising the slogan; He has condemned the incident। pic।twitter।com/wvzFIfbnAJ
— ANI (@ANI) February 20, 2020
बाद में ओवैसी ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि ऐसी हरकतों को बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा,
‘मैं नमाज़ पढ़ने पीछे जा रहा था, मैंने जैसे ही ये वाहियात नारे सुने मैंने तेजी से आकर उन्हें रोका। उसके बाद आप देखिए उन्हें हटा दिया गया। मैं इसकी निंदा करता हूं और ये लोग पागल हैं। इनको देश से कोई मोहब्बत है नहीं। इनको करना है कहीं और जाकर करें। यहां क्यों कर रहे हैं ये लोग। मैं इसकी निंदा करता हूं। इस तरह की हरकत को कभी बर्दाश्त न किया जाए।’
I condemn such behaviour and if people want to behave in such a manner, they can do it elsewhere। Why did they choose this particular platform? – @asadowaisi pic।twitter।com/RVwKuoQGtv
— AIMIM (@aimim_national) February 20, 2020
कौन है अमूल्या?
अमूल्या लियोना ख़ुद को स्टूडेंट एक्टिविस्ट बताती है। उसकी उम्र 19 साल है। वो बेंगलुरु के NMKRV कॉलेज में BA की स्टूडेंट है। कर्नाटक के चिकमंगलूर की रहने वाली है। ट्विटर पर भी एक्टिव है। उसके बायो में लिखा है, ‘मैं सड़क की वो गाय बनना चाहती हूं, जिसे लोग प्लास्टिक खिलाते हैं।’
पिता ने नारे की निंदा की
अमूल्या के पिता वाज़ी नोरोन्हा ने भी इस नारे की निंदा की है। ‘द हिंदू’ के मुताबिक, वो पहले देवगौड़ा की पार्टी जेडीएस और बीजेपी से जुड़े थे। फिलहाल वह मुर्गीपालन का काम करते हैं। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी ने रैली में जो किया, वो बिल्कुल ग़लत है। एएनआई के मुताबिक,
‘अमूल्या ने जो कहा वो ग़लत है। वो कुछ मुस्लिमों से जुड़ी थी और मेरी बात नहीं सुन रही थी।’
उन्होंने कहा, “मैंने उसे कई बार भड़काऊ बयान नहीं देने के लिए कहा है लेकिन उसने नहीं सुना। मेरी तबीयत खराब है, फिर भी मैं यहां आया। मैं हार्ट का मरीज हूं, लेकिन उसने मुझसे कहा कि आप खुद अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें। मैंने फोन काट दिया और मेरी तब से बात नहीं हुई।”