तेजश्वी यादव सोशल मीडिया पर खासे एक्टिव रहते हैं । हमेशा सरकार को घेरने वाले ट्वीट और वीडियो सोशल मीडिया पर एक्टिव रहते हैं । उनके फॉलोवर भी उन्हें खूब पसंद करते हैं, और लाखों में उनके फॉलोवर उनके ट्वीट को लाइक और शेयर करते हैं । लेकिन इस बार कुछ उलटा हो गया । ट्वीटर पर माफी मांगो तेजस्वी ट्रेंड करने लगा ।
असल में बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बिहार सरकार में मंत्री अशोक चौधरी के एक वीडियो पर जारी सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है. तेजस्वी यादव ने ट्वीटर पर वीडियो शेयर कर जहां मंत्री के बहाने सीएम नीतीश कुमार पर हमला बोला वही भवन निर्माण मंत्री ने भी तेजस्वी पर वीडियो के साथ फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगाया. ट्वीटर पर शुरू हुए इस मामले ने तूल पकड़ लिया है. ट्वीटर पर माफ़ी मांगो तेजस्वी देश में ट्रेंड कर रहा है.
क्या है पूरा मामला…
तेजस्वी ने ट्वीट करते हुए लिखा ‘भगवान आदरणीय नीतीश कुमार जी को सदबुद्धि दें. सब जानते है गाली के शब्द नीतीश जी के है लेकिन मुंह किसी और का है. वो दिन भर हमें करोड़ों गालियां दें और दिलवाए लेकिन कृपया विधि व्यवस्था ठीक कर बिहार को उद्योग, बेरोजगार युवाओं को नौकरी, श्रमिकों को रोज़गार, सम्मान और राशन अवश्य दें.’
तेजस्वी के ट्वीट वाले वीडियो को अशोक चौधरी फर्जी करार देते हुए कहा कि ‘तेजस्वी यादव उतने पढ़े लिखे तो है नहीं, शब्दों का ज्ञान भी उतना नहीं है, नौंवी फेल आदमी है क्या समझ आएगा उन्हें उनको शोषित और दलित में साले नजर आता है तो फिर ये अपने पिता के विरासत को संभाल रहे हैं, जो इनके पिता सार्वजनिक जगहों पर कितने गाली गलौज का प्रयोग किये वहीं इनको विरासत में मिला है. इसलिए इन्हें शोषित दलित में साले नजर आ रहा है.’
अशोक चौधरी का कहना है कि ‘जिस व्यक्ति को संस्कार ही मिला हो इस तरह का और इसी तरह से संस्कार में पले बढ़े तो वो इसी तरह से वीडियो एडिट कर किसी नेता, पार्टी को बदनाम करने के लिए ऐसा काम कर रहे हैं. चिंता तो इन्हें इस बात की है कि इनके समय में दलितों का बजट 40 करोड़ का था और नीतीश के समय 38 गुना बढ़कर दलितों का बजट एक हजार पांच सौ पचास करोड़ का बजट हो गया है. चूँकि ज्यादा पढ़े लिखे नही है इसलिए समझ में आता नही है इसलिए एडिट कर वीडियो लगा रहे हैं.’