अपने बयानबाजी के लिये कुख्यात और विख्यात केंद्रीय मत्स्य एवं पशुधन मंत्री गिरिराज सिंह ने बुधवार को फिर एक बार अपने बयानबाजी से सोशल मीडिया में हलचल ला दिया है । उन्होने कहा कि पाकिस्तान भी सीएए जैसा एक कानून बनाए और भारत के पीड़ितों को ले जाए। बिहार के पूर्णिया जिले में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सीएए-एनआरसी का विरोध देश के खिलाफ एक तरह से खिलाफत है। उन्होंने कहा कि भारतवंशियों को इंसाफ देने के लिए यह कानून बनाया गया है लेकिन कुछ लोगों को पीड़ा हो रही है। भारत अपने पूर्वजों की गलतियों को सुधार रहा है।
गिरिराज सिंह ने यह भी कहा कि बंटवारे के समय ही सारे हिंदुओं को भारत आ जाना चाहिए था और सभी मुसलमानों को पाकिस्तान भेज देना चाहिए था। इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस, राजद और कम्युनिस्ट पार्टी आदि विपक्षी दलों पर पाकिस्तान की भाषा बोलने का आरोप लगाया।
‘जो काम जिन्ना ने किया था, वह आज विपक्षी पार्टियां करवा रही हैं’
पूर्णिया से पहले गिरिराज सिंह अररिया में थे। यहां पर उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून यानी सीएए के नाम पर ये लोग मजहबी आंदोलन करवा रहे हैं। 1947 के पहले जो काम जिन्ना ने किया था, वह आज विपक्षी पार्टियां करवा रही हैं। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि पीएफआई संस्था शाहीनबाग सहित पूरे देश में इस तरह के आंदोलन कर रहे लोगों को फंडिंग कर रही है।
उन्होंने ने कहा कि सीएए विरोध करने वाले लोग गजवा-ए-हिंद (भारत को जीतने की हिंसक लड़ाई) करना चाहते है। सीएए से किसी भी भारतीय की नागरिकता को कोई खतरा नहीं है। भारत को खतरा ना तो चीन से है न ही पाकिस्तान से है। अगर खतरा है तो देश में छुपे गद्दारों से है। इसे पहचानने की जरूरत है और इसका मुकाबला करना है। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि पूरी दुनिया की आबादी की 20 फीसदी आबादी भारत में है। नया भारत है अब जनसंख्या नियंत्रण कानून भी बनेगा। उन्होंने कहा कि वे कट्टरपंथी नहीं है उनकी टक्कर कट्टरपंथियों से है।