आज ही के दिन ठीक एक साल पहले 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर (Jammu And Kashmir) के पुलवामा (Pulwama) में सीआरपीएफ (CRPF) के काफिले पर आत्मघाती हमला हुआ था। इस हमले में देश ने अपने 40 जवान खो दिए थे। पुलवामा हमले (Pulwama Attack) की बरसी को आज एक साल पूरा हो गया। इस बीच कांग्रेस (Congress) के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने पुलवामा हमले में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए बीजेपी सरकार (BJP Government) से तीन सवाल किए हैं। राहुल ने कहा कि आखिर इस हमले का सबसे ज्यादा फायदा किसे हुआ?
Today as we remember our 40 CRPF martyrs in the #PulwamaAttack , let us ask:
1. Who benefitted the most from the attack?
2. What is the outcome of the inquiry into the attack?
3. Who in the BJP Govt has yet been held accountable for the security lapses that allowed the attack? pic.twitter.com/KZLbdOkLK5
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 14, 2020
पुलवामा से किसे सबसे ज्यादा फायदा हुआ?
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शहीद जवानों के पार्थिव शरीर वाले ताबूतों की तस्वीर शेयर करते हुए ट्वीट किया, ‘आज जब हम पुलवामा हमले में शहीद हुए 40 जवानों को याद कर रहे हैं तो हमें यह पूछना है कि इस हमले से सबसे ज्यादा फायदा किसको हुआ?’ उन्होंने यह सवाल भी किया, ‘हमले की जांच में क्या निकला? हमले से जुड़ी सुरक्षा खामी के लिए भाजपा सरकार में अब तक किसको जवाबदेह ठहराया गया है?’
शहीदों की शहादत को देश कभी नहीं भूलेगा- मोदी
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने पुलवामा में सुरक्षा बलों पर हुए जघन्य आतंकी हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए शुक्रवार को कहा कि देश इन शहीदों की शहादत को कभी नहीं भूलेगा। प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट में कहा, ‘पिछले वर्ष पुलवामा में सुरक्षा बलों पर हुए जघन्य आतंकी हमले में जान गंवाने वाले वीर शहीदों को श्रद्धांजलि। वे असाधारण लोग थे जिन्होंने हमारे देश की सुरक्षा और सेवा करने में अपना जीवन समर्पित कर दिया।’ उन्होंने कहा, ‘भारत उनकी शहादत को कभी नहीं भूलेगा।’
गौरतलब है कि 14 फरवरी 2019 को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में बड़ा आतंकी हमला हुआ था जिसमें 40 जवान शहीद हो गए थे। यह हमला जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर सीआरपीएफ के काफिले को निशाना बनाकर किया गया था।
आदिल अहमद डार ने किया था आत्मघाती हमला
पुलवामा को अंजाम देने वाले आतंकवादी का नाम आदिल अहमद डार था। इसकी उम्र महज 20 साल थी। ये इस्लामी आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा हुआ था। सीआरपीएफ के काफिले की बस से विस्फोटक से भरी एक गाड़ी को इसी आतंकवादी ने टक्कर मारी थी। ये हमला तीन दशकों में हुआ सबसे बड़ा आत्मघाती हमला था। इस हमले की खबर से पूरा देश दहल गया था।
इस्लामी आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद ने कराया था हमला
बता दें कि साल 2019 में 14 फरवरी के दिन जम्मू- कश्मीर के पुलवामा जिले के लीथोपोरा में सीआरपीएफ के जवानों पर आत्मघाती हमला हुआ था। इस हमले में हमारे 40 जवान शहीद हो गए थे। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित इस्लामी आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) ने ली थी। इस हमले को अंजाम देने वाला पुलवामा का लोकल लड़का था।