नयी दिल्ली । पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने वित्तमंत्री निर्मला सीतारमन पर ऐसा पलटवार किया है कि राजनीतिक विशेषज्ञ भी यह कहने से नहीं चूक रहे हैं कि सौ सोनार की एक लोहार की। वित्त मंत्री अपने पति के लिखे आलेख के बाद लगातार मनमोहन सिंह पर निशाना साध रही थी। उन्होंने वर्तमान आर्थिक मंदी के लिए भी मनमोहन सिह को जिम्मेदार बताया है। ऐसे में मनमोहन सिंह ने पलटवार करते हुए वित्तमंत्री से कहा है कि उन्हें अर्थनीति की आलोचना करने से पहले अर्थशास्त्र का अध्ययन करना चाहिए और इस मंदी से बाहर निकलने के उपाय खोजना चाहिए।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल ही में कोलंबिया यूनिवर्सिटी में लेक्चर दिया था. जिसमें उन्होंने कहा था कि मनमोहन सिंह और रघुराम राजन के वक्त इंडियन पब्लिक सेक्टर बैंक सबसे खराब दौर में थे. अब इस बयान पर पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने अपनी बात रखी है. उन्होंने 17 अक्टूबर के दिन मुंबई में रिपोर्टर्स से बात की. कहा, ‘मैंने निर्मला सीतारमण का बयान देखा. बयान पर मैं कुछ टिप्पणी नहीं करना चाहूंगा. लेकिन इतना कह सकता हूं कि अगर कोई अर्थव्यवस्था को ठीक करना चाहता है, तो सबसे पहले उसे ये जानना होगा कि गड़बड़ी कहां है. सही बीमारी पता करना जरूरी है. लेकिन सरकार हल खोजने की बजाय विरोधियों पर दोष मढ़ने की कोशिश में लगी हुई है.’
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इसे लेकर हर पार्टी अपना प्रचार-प्रसार कर रही है. इसी सिलसिले में 17 अक्टूबर को मनमोहन ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने आगे कहा, ‘मैं जब अपने पद पर था, तब जो हुआ वो हुआ. वहां कुछ कमजोरियां थी. लेकिन आप हमेशा ये दावा नहीं कर सकते कि गलती हर वक्त यूपीए की ही है. आप भी पिछले पांच साल से सत्ता में हो.’
महाराष्ट्र के मैन्युफेक्चरिंग सेक्टर पर भी मनमोहन ने अपनी बात रखी. उन्होंने कहा, ‘इस राज्य का हर तीसरा युवा बेरोजगार है. निवेश को आकर्षित करने के लिए पहले महाराष्ट्र नंबर वन हुआ करता था. लेकिन आज किसानों की आत्महत्या के मामले में नंबर वन है. महाराष्ट्र को आर्थिक मंदी के बुरे प्रभावों का सामना करना पड़ा है. विनिर्माण दर घट रही है. पिछले 5 साल में महाराष्ट्र सबसे अधिक फैक्ट्रियों के बंद होने का गवाह रहा है.’