मलेशिया के प्रधानमंत्री हैं मोहम्मद महातिर ने कल कहा कि जाकिर नाइक पुरे विश्वव के लिये खतरा है । उन्होंहने कहा कि वह ऐसी जगह खोजने की कोशिश कर रहे हैं, जहां वह जा सकते हैं, लेकिन कोई उन्हें स्वीकार नहीं करना चाहता।’ इसके साथ ही उन्होंने उन दावों को खारिज किया है जिसमें कहा जा रहा था कि पीएम मोदी ने उनसे मुलाकात के दौरान विवादित इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक का मुद्दा उठाया था । और मलेशिया से उसके प्रत्यर्पण की बात की थी । 17 सितंबर को मलेशिया में एक रेडियो को दिए इंटरव्यू में प्रधानमंत्री मोहम्मद महातिर ने कहा,
ज्यादातर देशों को वो यानी नाइक नहीं चाहिए. मैं मोदी से मिला था. उन्होंने इस व्यक्ति के बारे में नहीं पूछा. उन्होंने मुझसे ये नहीं कहा कि वो इस आदमी को वापस चाहते हैं. यह आदमी भारत के लिए खतरा हो सकते हैं.
Foreign Secretary Vijay Gokhale on PM Modi’s meeting with PM of Malaysia: Prime Minister Modi raised the issue of Zakir Naik’s extradition. Both the parties have decided that our officials will stay in contact regarding the matter and it is an important issue for us. pic.twitter.com/Av84Rds4p3
— ANI (@ANI) September 5, 2019
पीएम मोहम्मद ने कहा कि जाकिर नाइक इस देश के नागरिक नहीं हैं । उन्हें पिछली सरकार ने यहां रहने के लिए स्थायी दर्जा दिया था । स्थायी निवासी को देश की व्यवस्था या राजनीति पर टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है । उन्होंने इसका उल्लंघन किया है, इसलिए अब उन्हें कुछ बोलने की अनुमति नहीं है । उन्होंने कहा, ‘हम ऐसी जगह खोजने की कोशिश कर रहे हैं, जहां वह जा सकते हैं, लेकिन कोई उन्हें स्वीकार नहीं करना चाहता।’
PM Tun Dr Mahathir Mohamad : Indian PM Narendra Modi has not requested for the extradition of Zakir Naik.
Naik, as a permanent resident, granted by the BN government, has breached the law commenting on Malaysian politics & systems.
“No-one wants this man” pic.twitter.com/9jF3ZbJXMt
— BFM News (@NewsBFM) September 17, 2019
बता दें कि सितंबर की शुरुआत में पीएम मोदी रूस गए थे. ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम में हिस्सा लेने के लिए. इस कार्यक्रम से इतर 5 सितंबर, 2019 को प्रधानमंत्री मोदी और मलेशिया के प्रधानमंत्री मोहम्मद महातिर के बीच मुलाकात हुई थी. दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय बैठक हुई थी. विदेश सचिव विजय गोखले ने इस बैठक के बारे में मीडिया को जानकारी दी थी. उन्होंने कहा था,
दोनों नेताओं के बीच आतंकवाद के मुद्दे पर बातचीत हुई. कि कैसे वैश्विक आतंकवाद पर लगाम लगाई जाए. जहां तक जाकिर नाइक की बात है, प्रधानमंत्री ने इस बात को उठाया है. और हम दोनों पक्षों ने ये तय किया है कि हमारे अधिकारी इस पर संपर्क बनाए रखेंगे. यह हमारे लिए महत्वपूर्ण मामला है.
Telah mengadakan pertemuan yang baik dengan Tun. Dr. Mahathir Mohamad, Perdana Menteri Malaysia. Kami berbincang mengenai hubungan dua hala antara negara kami dan cara mempelbagaikan kerjasama @chedetofficial pic.twitter.com/twLy8T11Fc
— Narendra Modi (@narendramodi) September 5, 2019
कौन है जाकिर नाइक
जाकिर नाइक इस्लामिक उपदेशक है. भारत में नाइक पर आरोप है कि उसने भड़काऊ भाषण दिए हैं, आतंकी गतिविधि में शामिल होने के लिए युवाओं को भड़काया है. जाकिर के खिलाफ भारत में मनी लॉन्ड्रिंग, हेट स्पीच और बांग्लादेश के एक रेस्टोरेंट में हुए ब्लास्ट मामले में जांच चल रही है. मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच प्रवर्तन निदेशालय कर रहा है. नाइक 2016 में भारत से भागकर मलेशिया चला गया था.
मलयेशिया जाकर भी नाइक का हेट स्पीच बंद नहीं हुआ. उनसे हिंदुओं और चीनियों के खिलाफ नस्लभेदी बयान दिया था. इसके बाद मलेशिया ने जाकिर को देश की राजनीतिक गतिविधियों में हिस्सा लेने से रोक दिया था. इस मामले में पुलिस ने अगस्त में उससे पूछताछ की थी. नाइक ने 3 अगस्त को कोटा बारु में मलयेशिया में रह रहे हिंदुओं और चीनियों को लेकर आपत्तिजनक बातें कहीं थी. इसके बाद वहां के मंत्रियों ने कैबिनेट बैठक में उसे भारत भेज देने की मांग की थी. उसने चीनी मूल के नागरिकों को लेकर यहां तक कह दिया था कि उन्हें अपने देश लौट जाना चाहिए क्योंकि वे पुराने गेस्ट हैं. वहीं, उन्होंने हिंदुओं को लेकर कहा था कि भारत में जितने अधिकार मुसलमानों को नहीं मिले, उससे 100 गुना अधिक मलयेशिया में
हिंदुओं को मिले हुए हैं.
इसके बाद अगस्त में मलेशिया के पीएम महातिर ने कहा था कि जाकिर नस्लीय राजनीति करना चाहता है. वह नस्लीय भावना को भड़का रहा है. पुलिस को यह जांच करनी होगी कि क्या यह तनाव पैदा करने वाला है, निश्चित रूप से यह तनाव पैदा करने वाला है.
हालांकि भारत सरकार ने आधिकारिक रूप से मलयेशिया से नाइक के प्रत्यर्पण की मांग की है.