दिल्ली के सभी सीटों के लिये आज मतदान शुरू हो गया है । इस बार फिर से पुरी दुनिया की नजर इस सीट पर है । इस बार नरेन्द्र मोदी और आम आदमी पार्टी के नेता केजरीवाल की लड़ाई है । अगर इस सीट पर अरविंद केजरीवाल ने तीसरी बार भी जीत हासिल की तो वे शीला दीक्षित का रिकॉर्ड तोड़ देंगे। शीला दीक्षित लगातार इस सीट से तीन बार जीती थीं। अरविंद केजरीवाल 2013 और 2015 में हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में नई दिल्ली सीट से जीत हासिल कर चुके हैं।
पिछले 5 साल के कलंक धोने का समय है दिल्ली वालो
वोट की चोट से समाज,देश, आशाओं,सेना,मित्रता व भरोसे की हत्या करने वाले राजनैतिक एडस आत्ममुग्ध बौनों के निकृष्ट मंसूबे ध्वस्त करने का समय है निकलो घरों से,बताओ कि बना सकते हो तो अंहकारी शिशुपालों को मिटा भी सकते हो
#DelhiElections2020— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) February 8, 2020
गौरतलब है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव 2013 में AAP मुखिया अरविंद केजरीवाल ने राजनीति जीवन का पहला चुनाव लड़ते हुए इस सीट पर 15 साल तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं शीला दीक्षित को बड़े अंतर से हराया था। इसके बाद दिल्ली विधानसभा चुनाव 2015 में अरविंद केजरीवाल ने अपनी नजदीकी प्रतिद्वंद्वी भाजपा प्रत्याशी नूपुर शर्मा को भी काफी बड़े अंतर से हराया था। इसके बाद यह सीट अरविंद केजरीवाल की सीट मानी जाने लगी है। इस सीट पर ज्यादातर सरकारी कर्मचारी रहते हैं।
इन सबके बीच आम आदमी पार्टी के पुर्व नेता और दिग्गैज कवि कुमार विश्वारस ने ट्विटर पर अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है । उन्होगने लिखा है कि पिछले 5 साल के कलंक को धोने का समय आ गया है । दिल्लीश घरों से निकलो और अहंकारी शिशुपाल को खत्मे करो ।