राज्यसभा में मंगलवार को स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) संशोधन बिल पर चर्चा के दौरान भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने विवादित बयान दिया। उन्होंने कहा कि मैं पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को जिंदा देखना चाहता था ताकि भ्रष्टाचार के आरोप में उन्हें जेल जाते देख पाता। वहीं इंदिरा गांधी पर उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री की हत्या उनके ही घर में हुई थी। वो किसी दौरे पर नहीं गई थीं।
दरअसल, मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एसपीजी संशोधन बिल 2019 राज्यसभा में पेश किया। बिल पर चर्चा के दौरान कुछ सांसदों ने बताया क्यों एसपीजी होनी चाहिए तो वहीं कुछ ने बताया कि किसको ये सुरक्षा मिलना चाहिए।
सुब्रमण्यम स्वामी ने क्या कहा
बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि मैं इस बिल का स्वागत करता हूं। बोला जाता है कि एक परिवार के दो लोगों की हत्या कर दी गई। इंदिरा गांधी की हत्या उनके गार्ड ने घर में की थी। राजीव गांधी पर विवादित बयान देते हुए सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा, हम उन्हें जिंदा देखना चाहते थे ताकि मैं उन्हें भ्रष्टाचार के आरोप में जेल जाते देख सकता।
उन्होंने कहा, संविधान सबके लिए एक है। सबके लिए अलग संविधान नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि गांधी परिवार को LTTE से कोई खतरा नहीं है। इस्लामिक आतंकियों से कोई खतरा नहीं है, क्योंकि वे सेक्युलर हैं।
क्या है SPG बिल में
यह विधेयक लोकसभा से पारित हो चुका है। इस बिल में सिर्फ प्रधानमंत्री को SPG सुरक्षा देने का प्रावधान है। उनके अलावा कोई अन्य विशिष्ट शख्स इस सुरक्षा कवच का हकदार नहीं होगा। बिल में संशोधन के बाद कानूनी तौर पर गांधी परिवार का कोई भी सदस्य SPG सुरक्षा में नहीं रह पाएगा। प्रधानमंत्री पद से हटने के 5 साल बाद विशिष्ट व्यक्ति से भी यह सुरक्षा वापस ले ली जाएगी।
नीरज शेखर क्या बोले
बिल पर चर्चा के दौरान भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सांसद नीरज शेखर ने SPG को लेकर अपना अनुभव साझा किया। उन्होंने कहा कि जब मैं 22 साल का था तो एसपीजी सुरक्षा मिली थी। हमें 11 साल सुरक्षा मिली। मेरे आगे-पीछे 4 गाड़ियां रहती थीं। लोग मुझसे ऑटोग्राफ लेते थे। मुझे लगता था कि मैं ही प्रधानमंत्री हूं। 21-22 साल की उम्र में मैं कुछ नहीं था।
नीरज शेखर ने कहा कि मेरा मानना है कि ऐसा संगठन होना चाहिए जो सिर्फ पीएम को सुरक्षा दे। पूर्व पीएम के लिए एक अलग सुरक्षा संगठन हो। 1991 में जो संशोधन हुआ उससे मुझे सुरक्षा मिली। मुझे अच्छा लगता था।