नए नागरिकता कानून (CAA) और एक प्रस्तावित राष्ट्रव्यापी एनआरसी (NRC) पर जारी विरोध के बीच शनिवार को केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि जो लोग “भारत माता की जय” बोलने के लिए तैयार हैं, उन्हें ही भारत में रहने की अनुमति दी जानी चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि क्या हम इस देश को धर्मशाला बनाएंगे।
केंद्रीय मंत्री धर्मेश प्रधान का बयान: उन्होंने कहा कि भारत में रहने के लिए भारत माता की जय कहना ही पड़ेगा। “क्या नेता जी सुभाष चंद्र बोस का बलिदान बेकार जाएगा? क्या भगत सिंह का बलिदान बेकार जाएगा? क्या लोगों ने स्वतंत्रता के लिए इसलिए लड़ाई लड़ी ताकि आजादी के 70 साल बाद देश इस विषय पर विचार करेगा कि नागरिकता गिनें या न गिनें? क्या इस देश को हम धर्मशाला बनाएंगे।”
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के 54 वें राज्य सम्मेलन को संबोधित किया: प्रधान ने इस दौरान कहा, “आज देश के सामने चुनौती क्या है? देश में नागरिकता गिनती किया जाए की नहीं? क्या इस देश की करोड़ो असंख्य जनता जिसने स्वंत्रता संग्राम में लड़ाई लड़ी, इसलिए कि आजादी के 70 साल बाद इस देश के विषय पर विचार करेगा कि नागरिकता के बारे में हम गिने की ना गिने? क्या इस देश में जो आए रह पायेगा? इस विषय पर विचार करना पड़ेगा। इस विचार को स्पष्ट करना पड़ेगा। भारत माता की जय कहना ही पड़ेगा।”
देश भर में विरोध: बता दें किCAA को लेकर अभी भी देश में विरोध जारी है। कई हिस्सों में लोग इसका विरोध करते हुए प्रदर्शन कर रहे हैं। तमिलनाडु, दिल्ली, यूपी, बिहार, राजस्थान, एमपी समेत कई राज्यों में हजारों लोग सड़कों पर उतरे। दूसरी तरफ कांग्रेस ने भी मुंबई, जयपुर, भोपाल, दिल्ली आदि जगहों पर इस कानून के खिलाफ मार्च का आयोजन किया।