कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने प्रेस कांफ्रेंस करके कहा कि हमारी सीधी मांग है कि गृह मंत्री और एनआईए चीफ का इस्तीफा अनिवार्य है। दिल्ली दंगों में गृह मंत्री के इस्तीफे की मांग हो चुकी है, मगर अब एक महत्वपूर्ण मामला सामने आया है। यह मामला है- जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी की जमानत का।
हमारी सीधी मांग है कि गृह मंत्री और NIA चीफ का इस्तीफा अनिवार्य है।
दिल्ली दंगों में गृह मंत्री के इस्तीफे की मांग हो चुकी है, मगर अब एक महत्वपूर्ण मामला सामने आया है।
यह मामला है- जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी की जमानत का : @DrAMSinghvi
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कांग्रेस ने इस मामले कुछ सवाल पुछे हैं ।
- क्या यूसुफ चौपान नाम का व्यक्ति जैश-ए-मोहम्मद का आतंकी है?, हमें पता है इसका जवाब हां ही होगा।
- जैश-ए-मोहम्मद संसद हमले, पुलवामा और ऐसी ही कई आतंकी वारदातों का जिम्मेदार है या नहीं?
- पुलवामा हमले के एडिमिटेड आरोपी यूसुफ के खिलाफ चार्जशीट दाखिल क्यों नहीं की?
- क्या आप पुलवामा-संसद हमले को देश विरोधी अपराध मानते हैं?
- क्या केंद्र सरकार/पीआईबी ने कोई दस्तावेज प्रस्तुत किया? अगर किया, तो उस पर किसी के हस्ताक्षर क्यों नहीं है?
- उसमें कहा गया है, “चौपान के खिलाफ सबूत न होने के कारण चार्जशीट दाखिल नहीं हो पाई” ये कैसे संभव है? ये एक तरह से जैश-ए-मोहम्मद को क्लीन चिट नहीं है? ये कैसा दोगलापन है? प्रधानमंत्री तो इतने ऊपर हो गए कि वो राजनैतिक रैलियों के अलावा बोलते ही नहीं है।
- हालिया लोकसभा चुनाव में मोदी जी ने कहा था, “आप पहले वोट किसको देंगे, पुलवामा के शहीदों को।” अब वोट लेने के बाद शहीदों को क्यों भुला दिया?
- क्या ये राष्ट्रद्रोह का सबसे खराब उदाहरण नहीं है?
- या तो आप असक्षम है या आप झूठ बोलने के दोषी हैं?
- आपने 48 घण्टे में एफआईआर को प्रोड्यूस क्यों नहीं किया?
इन सवालों को दागते हुए अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि अगर चौपान को क्लीन चिट दी जा रही है, तो सरकार जेईएएम से कैसे निपटेगी?
हालांकि एनआईए ने इस पुरे मामले पर कहा है
यूसुफ चोपन नाम के शख्स को आतंक की साजिश रचने के मामले में गिरफ्तार किया गया था। उस पर जैश ए मोहम्मद की भारत के कई शहरों में आतंकी हमले करने की साजिश में शामिल रहने का आरोप है। इस मामले में आठ आरोपियों के खिलाफ दो चार्जशीट दाखिल की गई। लेकिन इनमें यूसुफ का नाम नहीं था क्योंकि उसके खिलाफ पर्याप्त सबूत नहीं थे। इस वजह से उसे 18 फरवरी को स्पेशल कोर्ट से जमानत मिल गई। यूसुफ चोपन को फरवरी 2019 में हुए पुलवामा हमले के मामले में नहीं पकड़ा गया था। हालांकि यूसुफ को पब्लिक सेफ्टी एक्ट के तहत फिर से गिरफ्तार कर लिया गया। उसे कोट भलवल जेल भेज दिया गया है।