आम आदमी पार्टी दिल्ली चुनाव में भारी बहुमत से जीत गई है । 70 सीटों में 62 पर उनकी पार्टी जीत दर्ज करने में सफल हुई है । कल यानी 16 फरवरी को केजरीवाल सीएम पद की शपथ लेने जा रहे हैं । उन्होने अपने शपथ ग्रहण समारोह में कई मंत्री विधायकों के संग दिल्ली के सरकारी टीचर्स को भी बुलावा भेजा है । और यहीं पर वह विपक्षों के लपेटे में आ गए हैं ।
शपथ ग्रहण समारोह में सरकारी स्कूल के टीचर्स को बुलाए जाने पर कांग्रेस और बीजेपी ने केजरीवाल को घेर लिया है। बीजेपी नेता विजेंद्र गुप्ता ने इसे ‘तुग़लकी फरमान’ बताया है। बीजेपी ने आरोप लगाया कि राजनीतिक फायदे के लिए सरकारी कर्मचारियों को बुलाना सरकारी मशीनरी का ग़लत इस्तेमाल है। इस पर आम आदमी पार्टी (AAP) ने कहा है कि टीचर ख़ुद शपथ ग्रहण में आना चाहते हैं।
15 फरवरी को AAP नेता मनीष सिसोदिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि शिक्षा, स्वास्थ्य समेत तमाम क्षेत्रों के लोगों को शपथ ग्रहण समारोह में बुलाया गया है। उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों के 50 लोग स्टेज पर होंगे। सिसोदिया ने कहा, ”ये लोग ‘दिल्ली के निर्माता’ हैं और इनके साथ मिलकर अगले पांच साल दिल्ली को आगे बढ़ाएंगे। स्टेज पर स्कूल के शिक्षकों, प्रिंसिपल, चपरासी और छात्र भी होंगे। ये एक ‘ओपन इनविटेशन’ है।”
शिक्षकों को बुलाए जाने के विवाद पर सिसोदिया ने बीजेपी-कांग्रेस को घेरते हुए कहा,
ये लोग (बीजेपी-कांग्रेस) शिक्षकों की इज्जत करना नहीं जानते। आज देश में पहला ऐसा चुनाव हुआ है, जहां लोगों ने शिक्षकों के काम की तारीफ की है। बहुत सारे शिक्षक खुद बहुत उत्साह के साथ आना चाहते हैं। मेरे पास उनके मैसेज हैं। आम आदमी पार्टी शिक्षक का सम्मान करती है इसलिए उन्हें ससम्मान आमंत्रित किया गया है।
The Directorate of Education, GNCTD has issued a dictatorial circular making it compulsory for govt teachers to attend Mr. @ArvindKejriwal’s oath ceremony. By virtue of the order 15000 teachers & officials are forced to attend the ceremony. 1/2 pic.twitter.com/jJ6KgCCVrT
— Vijender Gupta (@Gupta_vijender) February 15, 2020
बीजेपी ने कहा- टीचरों को बाध्य किया जा रहा है
मामले में बीजेपी नेता विजेंद्र गुप्ता ने ट्वीट कर कहा था कि डायरेक्टरेट ऑफ एजुकेशन की तरफ से सरकारी शिक्षकों को सर्कुलर जारी किया गया है, जिसमें कहा गया है कि केजरीवाल के शपथ ग्रहण समारोह में शिक्षकों की उपस्थिति अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि इस आदेश से 15000 शिक्षकों को समारोह में भाग लेने के लिए बाध्य किया जा रहा है।
कांग्रेस ने लगाया सत्ता के दुरुपयोग का आरोप
कांग्रेस नेता मुकेश शर्मा ने ट्ववीट कर कहा, ‘शपथ ग्रहण समारोह का नया मॉडल! अरविंद केजरीवाल की सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को पहुंचने का सरकारी फरमान जारी किया गया है। मतलब साफ है सत्ता का दुरुपयोग करके भीड़ इकट्ठी की जा रही है। महामहिम उपराज्यपाल तुरंत इस पर संज्ञान लें। यह जांच का विषय है।’