देश के विभिन्न केंद्रीय ट्रेड यूनियनों की देशव्यापी हड़ताल 8 जनवरी यानी बुधवार को होगी। नए मजदूर विरोधी श्रम कानूनों के विरोध और बेरोजगारी-महंगाई, निजीकरण, एनआरसी-सीएए के खिलाफ उन्होंने इसका आह्वान किया है। हड़ताल को विभिन्न श्रमिक संगठनों व वाम दलों ने भी समर्थन देने की घोषणा की है। वहीं, भारतीय मजदूर संघ इस हड़ताल से अलग रहेगा।
हड़ताल के कारण बैंकों और बीमा कार्यालयों में कामकाज ठप रहेगा। राज्य के एआईबीईए, एआईबीओ समेत सभी बैंक कर्मचारी संगठनों, विद्युत कर्मचारी संगठनों, अभियंताओं से लेकर टेम्पो यूनियनों, जीवन बीमा निगम और करीब 250 किसान संगठनों ने हड़ताल में शामिल होने की घोषणा की है। कुल 13 सूत्री मांगों की पूर्ति के लिए बिहार सरकार के सरकारी कर्मचारी भी शामिल होंगे। इस सम्बंध में बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ (गोप गुट) महासचिव प्रेमचंद सिन्हा ने सरकार को सूचना भेज दी है।
खेत मजदूर, मनरेगा मजदूर, आशाकर्मियों, रसोइया संघ, आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं, निर्माण मजदूरों, अन्य स्कीम वर्करों, संगठित क्षेत्र के कामगारों, छात्र-युवाओं ने भी समर्थन की घोषणा की है। बिहार राज्य ऑटो रिक्शा (टेम्पू) चालक संघ के महासचिव मुर्तज़ा अली ने परिवहन मंत्री को 8 जनवरी को राज्य भर में टेम्पो परिचालन बन्द रखने की जानकारी दी है।