अमेरिका के ह्यूस्टन शहर में हाऊडी मोडी कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए अमेरिकी संसद कांग्रेस के नेता स्टेनी हॉयर ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत किया । उन्होंने दोनों देशों के बीच की समानता की चर्चा की, दोनों के समान मूल्यों की चर्चा की और दोनों के समान भविष्य की उम्मीदों के बारे में बताया । उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच सहयोग सुरक्षा, विज्ञान, परमाणु क्षेत्र, सॉफ्टवेअर और दूसरे क्षेत्रों में है, नए क्षेत्रों में भी दोनों देश काम कर रहे हैं ।
हॉयर ने गाँधी और नेहरू की चर्चा की और कहा कि उनकी शिक्षाएँ आज भी महत्वपूर्ण हैं ओर दोनों देश उस पर चलते हैं।
अमेरिका की तरह भारत भी महात्मा गाँधी की शिक्षाओं से भविष्य संवारने की परंपराओं पर गर्व करता है। यह जवाहर लाल नेहरू की दृष्टि से भारत की धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक परंपराओं का सम्मान करता है। दोनों देश बहुलतावाद और हर किसी के मानवाधिकारों की सुरक्षा का सम्मान करते हैं।
स्टेनी हॉयर, बहुमत के नेता, अमेरिकी कांग्रेस
House Majority Leader Steny H. Hoyer: (India) Like America proud of its traditions to secure a future according to Gandhi’s teachings and Nehru’s vision of India as a secular democracy where respect for pluralism and human rights safeguard every individual. #HowdyModi pic.twitter.com/hosDK9O03l
— ANI (@ANI) September 22, 2019
इस कार्यक्रम में बाइबल के गॉस्पल और नरसी मेहता की कविता ‘वैष्णव जन तो तेने कहिए, जो पीड़ पराई जाने रे’, का पाठ किया गया। यह कविता महात्मा गाँधी की प्रिय कविता मानी जाती है। हॉयर ने यह भी कहा कि महात्मा गाँधी का कहना था कि अंतिम आदमी के बारे में सोचना चाहिए और हर आदमी की आँखों से आँसू पोछा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम गाँधी की इस बात को याद रखते हैं और उस पर चलने की कोशिश करते हैं।
कांग्रेस के बहुमत के इस नेता ने बार बार जवाहर लाल नेहरू का नाम लिया। उन्होंने कहा कि भारत में लोकतंत्र है, बहुलतावाद है और मानवाधिकारों की रक्षा की बात की जाती है तो इसका श्रेय जवाहरलाल नेहरू को जाता है।
यह अहम इसलिए भी है कि प्रधानमंत्री मोदी नेहरू को निशाने पर लेते रहते हैं और बार-बार यह साबित करने में लगे रहते हैं कि देश की सारी समस्याओं की जड़ देश के पहले प्रधानमंत्री ही हैं। मोदी यह भी कई बार कह चुके हैं कि पहले प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल बने होते तो देश की स्थिति कुछ और होती।