साक्षी
जिस समय पूरा देश महामारी से युद्ध कर रहा ठीक उसी समय चीन युद्ध कि रणनीति तैयार कर रहा। भारत-चीन सीमा विवाद को लेकर एक बार फिर से आमने-सामने हैं, लद्दाख सीमा पर भी हलचल बढ़ा दी गई है इससे यहीं प्रतीत हो रहा कि चीन भारत के साथ युद्ध करने के लिए तैयार है। इसी बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत-चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर मध्यस्थता करने की बात कही है। ट्रंप ने ट्वीट किया कि, अमेरिका भारत और चीन के बीच सीमा विवाद के मुद्दे पर मध्यस्थता करने के लिए तैयार है।
चीनी सैनिकों ने 5-6 मई के आसपास एलएसी पर निर्माण करना शुरू कर दिया और आक्रामक तरीके से काम को आगे बढ़ाया है । चीन ने एलएसी के पास 5,000 सैनिकों को तैनात भी किया है।चीन ने अपने सैनिकों को वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर लामबंद करते हुए भारत को धोखा देने की कोशिश में पैंतरेबाजी का भी इस्तेमाल किया। इसने अपने क्षेत्र में युद्ध के लिए अपने सैनिकों को इन्गेज किया और उन्हें एक एयर बेस प्रोजेक्ट के लिए ट्रकों से भारतीय सीमा के बेहद करीब से ले जाया गया। चीन को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए भारत भी तैयार है, हर प्रयास कर रहा दुश्मन को पराजित करने के लिए। एक तरफ चीन युद्ध की तैयारी कर रहा और दूसरी ही तरफ यह बयान जारी कर रहा कि , भारत और चीन के बीच हालात स्थिर है और युद्ध कि कोई बात नहीं है। भारत में चीन के राजदूत सुन वीडोंग ने यह बयान जारी किया कि, बाकी देशों की तरह ही भारत और चीन भी इस महामारी से युद्ध कर रहा, इस समय युद्ध से अधिक जरूरी महामारी से बचना है। चीन सरकार ने यह भी बयान जारी किया कि वह दोनों देशों के बीच हुए समझौते का सख्ती से पालन कर रहा है। उत्तरी लद्दाख के इलाके पर चीन अपना कब्जा जताना चाहता है और उसी से
यह खबरें भी सामने आ रही कि भारत और चीन के सैन्य अधिकारी लद्दाख सेक्टर के गालवान क्षेत्र विवाद को सुलझाने के लिए बैठक कर रहे हैं।