आज के जमाने में किसी की सफलता का पैमाना उसके सोशल मीडिया पर फॉलोवर्स होते हैं। ट्विटर पर कितने फॉलोवर्स हैं, फेसबुक पेज पर कितने लाइक्स हैं, यहां जितने ज्यादा जीरो नंबर के आगे लगते जाते हैं, इंसान की वैल्यू उतनी ज्यादा बढ़ती जाती है। हर चुनाव के बाद ये बात और पुख्ता हो जाती है कि सोशल मीडिया पर नेताओं की मौजूदगी उन्हें ज्यादा लोकप्रिय बनाती है।
ट्विटर का नाम फॉलोवर्स के लिहाज से सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है। नेता इस पर फॉलोवर्स बढ़ाने के लिए कई तरह के पैंतरे इस्तेमाल करते हैं। एक वेबसाइट ट्विटर के फॉलोवर्स के बारे में जानकारी देती है कि कितने असली हैं और कितने नकली। twitteraudit.com एक फ्री प्लेटफार्म है और इसका इस्तेमाल पूरी दुनिया में होता है। आइए देखते हैं हमारे देश के नेताओं के कितने ज्यादा फॉलोवर्स असली हैं।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2.27 करोड़ फॉलोवर्स हैं। ट्विटर ऑडिट की वेबसाइट के मुताबिक उनके 17.9 प्रतिशत, यानी लगभग 93 लाख ट्विटर फॉलोवर्स नकली हैं।
फ़ेक फॉलोवर्स के मामले में जिस नेता ने बाजी मारी है वे हैं समाजवादी पार्टी के मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव। ट्विटर पर उन्हें 1.05 करोड़ लोग फॉलो करते हैं और इस वेबसाइट के मुताबिक उनके 70 प्रतिशत फॉलोवर्स फ़ेक हैं।
मौजूदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 63 लाख फॉलोवर्स हैं और ट्विटर ऑडिट वेबसाइट के मुताबिक इनके 8.7 फीसदी यानी करीब 39 हजार सात सौ फॉलोवर नकली हैं।
देश के गृहमंत्री अमित शाह के ट्विटर पर 1.71 करोड़ फॉलोवर्स हैं लेकिन इनमें आधे से ज्यादा नकली हैं। 66.7 प्रतिशत यानी 91 लाख फेक फॉलोवर हैं। देश की वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के कुल 27 लाख फॉलोवर्स में से 11 लाख यानी 45 प्रतिशत फॉलोवर नकली हैं।
कांग्रेस पार्टी के राहुल गांधी के 17.2 प्रतिशत ट्विटर फॉलोवर्स फ़ेक हैं। इनके 1.19 करोड़ फॉलोवर्स हैं और ट्विटर ऑडिट पर इनमें से 15 लाख फॉलोवर फ़ेक पाए गए। इनके अलावा राजनाथ सिंह के 63.3 प्रतिशत, ममता बनर्जी के 42.5 प्रतिशत, अरविंद केजरीवाल के 29 प्रतिशत ट्विटर फॉलोवर फेक पाए गए।