उत्तर प्रदेश के हाथरस में गैंगरेप का शिकार हुई युवती को इंसाफ दिलाने के लिए देशभर में गुस्सा है. पीड़िता की मौत के बाद उसका जबरन अंतिम संस्कार कर दिया गया, जिसपर कई सवाल खड़े Rahul Gandhi, Congress, Hathras Case, Bihar, Bihar News, Bihar Khabar, Bihar Samachar,हो रहे हैं. राजनीतिक दलों ने यूपी सरकार को निशाने पर लिया है. इस घमासान के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी हाथरस के लिए रवाना हुए हैं. दोनों नेता हाथरस पहुंचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात करेंगे. हालांकि, अभी दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ाई गई है. साथ ही हाथरस जिले की सीमाओं को सील कर दिया गया है.
12.50 PM: राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का काफिल DND तक पहुंच गया है. यहां पर भारी पुलिसबल तैनात है, कांग्रेस कार्यकर्ताओं का हुजूम है.
12.32 PM: दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं का बड़ा जमावड़ा है. साथ ही यहां पर पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी है.
12.00 PM: कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी दस जनपथ से हाथरस के लिए रवाना हो गए हैं. दोनों नेताओं के साथ यूपी प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और अन्य नेता मौजूद हैं.
11.30 AM: प्रियंका गांधी, केसी वेणुगोपाल, अजय कुमार लल्लू, रणदीप सुरजेवाला समेत कई नेता दस जनपथ पर मौजूद हैं.
10.27 AM: कांग्रेस नेता राहुल गांधी 10 जनपथ पहुंचे हैं और अब से कुछ देर में हाथरस के लिए रवाना होंगे.
10.25 AM: राहुल और प्रियंका के हाथरस जाने की खबरों के बीच दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर भी सुरक्षा बढ़ाई गई है.
10.20 AM: राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से पहले ही हाथरस जिले की सीमाएं सील कर दी गई हैं. यहां पर धारा 144 लगा दी गई है.
इससे पहले जब पीड़िता की मौत हुई थी, तो प्रियंका ने पीड़िता के परिवार से फोन पर बात की थी. इस मामले के सामने आने के बाद प्रियंका ने यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ का इस्तीफा मांगा है. प्रियंका गांधी वाड्रा की ओर से यूपी सरकार पर निशाना साधा गया है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि हाथरस जैसी वीभत्स घटना बलरामपुर में घटी, लड़की का बलात्कार कर पैर और कमर तोड़ दी गई. आजमगढ़, बागपत, बुलंदशहर में बच्चियों से दरिंदगी हुई. यूपी में फैले जंगलराज की हद नहीं. मार्केटिंग, भाषणों से कानून व्यवस्था नहीं चलती, ये मुख्यमंत्री की जवाबदेही का वक्त है जनता को जवाब चाहिए. आम आदमी पार्टी की ओर से गुरुवार को ही मुंबई में प्रदर्शन किया जाएगा और हाथरस की निर्भया के लिए इंसाफ की अपील की जाएगी.
इस बीच प्रदेश सरकार ने जिस SIT का गठन किया है, उसने अपनी जांच शुरू कर दी है. गृह सचिव भगवान स्वरूप की अगुवाई में एसआईटी की टीम ने पीड़िता के परिवार से मुलाकात की. जिसके बाद जानकारी दी गई है कि टीम की ओर से शुरुआती जांच शुरू कर दी गई है, सात दिन के अंदर हर पहलू पर मंथन किया जाएगा और रिपोर्ट दी जाएगी. दूसरी ओर दिल्ली गैंगरेप की निर्भया की मां आशा देवी की हाथरस जाने की खबरें थीं. हालांकि, उन्होंने इससे इनकार किया है. आशा देवी ने कहा कि अभी हाथरस में पीड़िता के घर पर भारी पुलिस बल तैनात है, साथ ही कोरोना भी है, इसलिए वहां जाने का उनका अभी इरादा नहीं है. हालांकि, आशा देवी ने कहा कि पीड़िता का परिवार अगर चाहेगा, या न्याय दिलाने में परिवार को उनकी मदद चाहिए होगी तो वो हाथरस में अपनी बेटी खो चुके परिवार की हर संभव मदद करेगी. आशा देवी ने कहा है कि परिवार की दुःख की घड़ी में उनको अन्दाजा है कि उन लोगों पर क्या बीत रही होगी, क्योंकि वो खुद भी इन दर्द से बरसों गुजरी हैं. आशा देवी ने कहा कि आरोपियों से क़ानून को उसी सख्ती से निपटने की जरूरत है, जैसे निर्भया के दोषियों को सज़ा दी गई थी. गौरतलब है कि हाथरस में 19 साल की दलित युवती के साथ चार लोगों ने गैंगरेप किया था. करीब पंद्रह दिन तक संघर्ष करने के बाद दिल्ली में युवती की मौत हो गई थी. इसके बाद पुलिस ने हाथरस पहुंचकर खुद ही युवती के शव को जला दिया, जबकि परिवार को अंतिम दर्शन और संस्कार नहीं करने दिया गया.