माफ कीजिए ! ये राम राज्य नही है यह जं’गलराज है और यही असली जं’गलराज है हम यूपी की ही बात कर रहे हैं जहाँ कानपुर के बिठूर थाना क्षेत्र में कल रात एक 25 हजार के इनामी ब’दमाश को पकड़ने गए पुलिस दल पर ह’मला होता है और एक डीएसपी , तीन सब इंस्पेक्टर, ओर चार सिपाहीयो को अ’पराधियों की गैं’ग गो’लियो से भू’न देती है। यानी इस हौ’लनाक घटना में 8 पुलिस कर्मियों की मौ’त हुई है। इसके अलावा स्थानीय थाना प्रभारी समेत 6 पुलिसकर्मी गो’ली लगने से घा’यल है।
जिस तरीके से ह’मला हुआ, उससे आशंका है कि ब’दमाशों को पुलि’स की द’बिश की भनक मिल गई थी। जिस कारण उन्होंने तैयारी करके पुलिस पर ह’मला किया। पुलिस को रोकने के लिए ब’दमाशों ने पहले से ही जेसीबी वगैरह से रास्ता रोक रखा था। अचानक छत से फा’यरिंग शुरू कर दी गई। अब तक जो फिल्मो ओर वेबसीरिज आदि में देखा था अब वह प्रत्यक्ष घटित हो रहा है।
जिस विकास दुबे को ये गिरफ्तार करने गए थे वह कोई छोटा मोटा अ’पराधी नही था। विकास दुबे उत्तरप्रदेश का कु’ख्यात ब’दमाश है। उसने 2001 में थाने में घुसकर भाजपा नेता और राज्यमंत्री संतोष शुक्ला की ह’त्या की थी। वह पहले भी थाने में घुसकर पुलिसकर्मी समेत कई लोगों की ह’त्या कर चुका है। विकास पर 60 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। वह प्रधान और जिला पंचायत सदस्य भी रह चुका है। इसके खिलाफ 52 से ज्यादा मामले यूपी के कई जिलों के थानों में चल रहे हैं।
विकास दुबे की यूपी के सभी राजनीतिक दलों में अच्छी पकड़ बताई जाती है, संतोष शुक्ला के म’र्डर के बाद पुलिस इसके पीछे पड़ गई। कई माह तक ये फरार रहा और तब सरकार ने इसके सिर पर पचास हजार का इनाम घोषित कर दिया। पुलिस ए’नकाउंटर में मा’रे जाने के ड’र के चलते ये अपने खास भाजपा नेताओं की शरण में गया। जहां उन्होंने अपनी कार में बैठाकर इसे लखनऊ कोर्ट में स’रेंडर करवाया। कुछ माह जे’ल में रहने के बाद इसकी जमानत हो गई विकास दुबे वर्तमान में भाजपा के साथ ही जुड़ा था।
लेकिन इसी दल के एक विधायक से इसकी नहीं पट रही थी। आश्चर्य की बात तो यह है कि 2017 में लखनऊ में एसटीएफ ने गि’रफ्तार कर लिया था लेकिन यूपी सरकार की लाप’रवाही की वजह से इसे फिर से जमानत मिल गयी और जेल से निकलने के बाद वह फिर से बड़े बड़े अ’पराध करने लगा, विकास दुबे के खिलाफ कानपुर के राहुल तिवारी ने ह’त्या के प्रयास का केस दर्ज कराया था। इसके बाद पुलिस उसे पकड़ने के लिए बिकरू गांव गई थी जहाँ कल रात को यह लोहम’र्षक घटना हुई है।
साफ दिख रहा है कि योगी आदित्यनाथ के राज्य में अ’पराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वह खुलेआम 8 पुलिस कर्मियों की ह’त्या कर देते हैं यह घटना राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति पर बड़ा प्रश्नचिन्ह खड़ा कर देती है।
-Girish Malviya