देशभर में जगह-जगह वक्फ (Wakf) की संपत्तियां फैली हुई हैं। केन्द्रीय अल्पसंख्यक (Minority) मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी (Mukhtar Abbas Naqvi) के अनुसार 6 लाख से ज्यादा पंजीकृत वक्फ संपत्तियां हैं। लेकिन काफी पर अवैध कब्जे हो गए हैं। कब्जे के संबंध में वर्षों से विवाद भी चल रहा है। अब इन संपत्तियों को बचाने के लिए नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। पट्टे पर दी जाने वाली संपत्तियों के नियमों की समीक्षा करवाकर इनकम बढ़ाने के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। वहीं वक्फ संपत्तियों के बेहतर रखरखाव के लिए मुतवल्लियों को पुरस्कार देकर उत्साहित किया जा रहा है। देशभर में वक्फ संपत्तियों का डिजिटाइजेशन (Digitization) किया जा रहा है।
100 दिन में यह काम पूरा करेगी केन्द्र सरकार
हाल ही में केन्द्रीय वक्फ परिषद की ओर से एक राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया था। सम्मेलन को केन्द्रीय अल्पसंख्यक मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने भी संबोधित किया था। इस मौके पर उन्होंने कहा था कि नरेन्द्र मोदी सरकार ने 100 दिन में देशभर की वक्फ संपत्तियों का 100 प्रतिशत डिजिटाइजेशन करने का निर्णय लिया है। देशभर की सभी संपत्तियों की जीआईएस और जीपीएस मैपिंग कराई जा रही है। मैपिंग का काम आईआईटी रुड़की और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी को दिया गया है।
मुतवल्लीयों को नवाज़ रहे मोदी सरकार
सम्मेलन में केन्द्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने देशभर से आए आठ मुतवल्लियों को भी सम्मानित किया। यह वो मुतवल्ली थे जिन्होंने अपने अधीन आने वाली वक्फ संपत्तियों का अच्छे से रखरखाव किया, इनकम को बढ़ाया और संपत्तियों पर अतिक्रमण नहीं होने दिया। नकवी कहा कि मुतवल्ली वक्फ संपत्तियों के संरक्षक हैं और यह उनकी जिम्मेदारी है कि वे वक्फ संपत्तियों की सुरक्षा और बेहतर उपयोग सुनिश्चित करें। साथ ही यह भी कहा कि और मुतवल्लियों को भी प्रेरणा लेते हुए अपने शहर में वक्फ संपत्तियों को अतिक्रमण से बचाते हुए उनकी इनकम बढ़ाने के बारे में योजना बनानी चाहिए।