अयोध्या फैसले (Ayodhya Case) की तारीख ज्यों-ज्यों नजदीक आ रही है, सरगर्मियां तेज होती जा रही हैं। ताजा मामले के अनुसार विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने पत्थर तराशने का काम बंद कर दिया है। 1990 के बाद से लगातार राम मंदिर (Ram Temple) बनाए जाने के लिए पत्थरों को तराशा जा रहा था। लेकिन अचानक ने काम बंद कर दिया है और मजदूरों को वापस घर भेज दिया गया है।
गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अयोध्या जमीन विवाद मामले में संभावित फैसले से पहले सामान्य एडवाइजरी जारी कर सतर्क रहने के लिए कहा है। गृह मंत्रालय के सूत्रों के हवाले से ऐसी खबर मिल रही है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या मामले के संभावित फैसले को लेकर काफी सर्तक हैं।
यहां अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का दिन नजदीक आने के चलते पुलिस और प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी हैं। सुरक्षा व्यवस्था के लिहाज से जिले को तीन सेक्टर में बांटा जाएगा। सामान्य, संवेदनशील और अतिसंवेदनशील क्षेत्र तय होंगे। इनके लिए क्षेत्र चिह्न्ति किए जा रहे हैं। सभी सेक्टर में पुलिस के साथ ही मजिस्ट्रेट भी तैनात रहेंगे।
अयोध्या की मशहूर चौदहकोसी यात्रा बुधवार कि सुबह खत्म हो गयी है। लेकिन रामभक्त अभी भी वहां पर डेरा डालकर बैठे हुए हैं। होटल, सरयू घाट के तट और कई सारी धर्मशालाओं में उनके रहने की व्यवस्था की गयी है। लाखों की तादाद में भक्त वहां पहुंचकर अपने देवता को नमन करेंगे। इस सब के बाद भी भक्तों का बहुत बड़ा समूह 12 नवंबर तक यहां रहेगा और कार्तिक पूर्णिमा के स्नान के बाद ही लाखों श्रद्धालु वापस लौटेंगे।