भारतीय राजनीति में शायद ही कोई दिन ऐसा गुजरता हो। जब बीजेपी और कांग्रेस के बीच किसी मुद्दे को लेकर सियासी हंगामा न छिड़ता हो। पिछले कई दिनों से कांग्रेस केंद्र सरकार पर नेशनल मोनेटाइजेशन पाइपलाईन को लेकर हमलावर थी। तो वहीं सोमवार को राहुल गांधी किसान आंदोलन को लेकर बीजेपी को घेरने के चक्कर में खुुद ही ट्रोल हो गए।
किसान महापंचायत पर राहुल गांधी का ट्वीट
दरअसल 5 सिंतबर को किसानों ने उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर ने एक महापंचायत का आयोजन किया था। जिसके समर्थन में सोमवार को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने किसानों के किसान आंदोलन की तस्वीर ट्वीट कि। औऱ लिखा कि, डटा है। निडर है। इधर है। भारत भाग्य विधाता। लेकिन इसके कुछ ही देर बाद राहुल अपने इस ट्वीट के लिए ट्रोल होने लगे।
बीजेपी आईटी सेल हेड अमित मालवीय ने
दरअसल राहुल गांधी ने जिस तस्वीर को किसान महापंचायत के परिप्रेक्ष्य में ट्वीट किया था। वो असल किसान महपंचायत का थी ही नहीं एक पुराने किसान आंदोलन की थी। जिसको लेकर बीजेपी आईटी सेल के हेड अमत मालवीय ने द ट्रिब्यून में छपी उस असली तस्वीर की शेयर किया। इस दौरान अमित मालवीय ने लिखा कि, महापंचायत की सफलता का दावा करने के लिए राहुल गांधी को पुरानी तस्वीरों का इस्तेमाल करना पड़ता है। यह दर्शाता है कि यह “किसान” आंदोलन नहीं है। बल्कि राजनीतिक आंदोलन है।
इसके बाद बीजेपी राहुल गांधी औऱ कांग्रेस पर हमलावर हो गई है। बीजेपी राष्ट्रीय प्रवक्ता संवित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा कि, राहुल गांधी ज़मीन पर उतरकर राजनीति नहीं करते हैं लेकिन ट्विटर पर सक्रिय रूप से भ्रम की राजनीति करते रहते हैं। आज भी उन्होंने ट्वीट करके किसान आंदोलन के एक पुराने फोटो को आज का फोटो दिखाने की कोशिश की है। पूरे हिंदुस्तान में भ्रम की राजनीति करना और अपने राज्यों के विषय में चुप रहना राहुल गांधी की खूबी है।