कल माननीय पीएम नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर जनता कर्फ्यू का लोगो ने खुले मन से पालन किया । लेकिन शाम में लोग जानवरों की तरह घर से निकल कर सड़क पर जुलुस बनाकर इसका जश्न मनाने निकल पड़े । जो पुरे दिन के कर्फ्यू से ज्यादा घातक सिद्ध हो सकता था । लेकिन ये भारत है यहाँ किसी को कौन समझा सकता है । इसलिये लॉकडाउन की घोषणा भी इस वायरस को पुरी तरीके से फैलने से नहीं रोक सकती । क्योंकि जब ये खत्म होगा तो लोग बड़ी संख्या में लोग घरों से निकल जाएंगे ।
कोरोना वायरस का कहर देश के साथ-साथ बिहार में भी बढ़ता जा रहा है। कोरोना के कारण बिहार समेत कई राज्यों ने सभी शहरों को लाकडाउन कर दिया है। हर राज्य कोशिश कर रहे है कि वायरस को कम से कम फैलने से रोका जाए, इस बीच लाकडाउन को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO ने बड़ा बयान दिया है। WHO ने कहा है कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए सिर्फ लॉकडाउन ही काफी नहीं है।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स की खबर के मुताबिक, WHO के माइक रायन ने अपने एक बयान में कहा है कि सिर्फ लॉकडाउन ही कोरोना को रोकने के लिए काफी नहीं है, इस वक्त जरूरत है कि जो लोग बीमार हैं और इससे पीड़ित हैं उन्हें ढूंढा जाए और निगरानी में रखा जाए। तभी इसको रोका जा सकता है।
उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के साथ सबसे बड़ी दिक्कत ये है कि जब ये खत्म होगा तो लोग अचानक बड़ी संख्या में बाहर निकलेंगे और फिर खतरा बढ़ जाएगा।
माइक रायन ने कहा कि चीन, सिंगापुर और साउथ कोरिया ने जब लॉकडाउन किया तो उन्होंने उस हर व्यक्ति की जांच की, जिसपर कोरोना वायरस का खतरा था। अब यूरोप, अमेरिका और अन्य देशों को भी यही मॉडल लागू करना चाहिए। अगर एक बार इसे फैलने से रोक दिया जाए तो बीमारी से निपटा जा सकता है।
चीन से फैले कोरोना वायरस ने यूरोप, भारत और अमेरिका को अपनी चपेट में ले लिया है। जिसके बाद दर्जनों देशों ने अपने लोगों से घरों में रहने को कहा है और लॉकडाउन का एलान कर दिया है। भारत के कई शहरों में बार, रेस्तरां, समेत कई सुविधाओं को कुछ दिनों के लिए बंद कर दिया गया है।
बता दें कि दुनिया में कोरोना वायरस के अबतक ढाई लाख के करीब मामले आ चुके हैं, जबकि 15 हजार के करीब मौत हो चुकी हैं। अगर भारत की बात करें तो यहां करीब 400 पॉजिटिव केस सामने आए हैं और 7 मौतें हो चुकी हैं। देश के कई हिस्सों में लॉकडाउन का ऐलान किया गया है और लोगों को घरों में रहने की सलाह दी गई है।
कोरोना वायरस का कहर देश के साथ-साथ बिहार में भी बढ़ता जा रहा है। कोरोना के कारण बिहार समेत कई राज्यों ने सभी शहरों को लाकडाउन कर दिया है। हर राज्य कोशिश कर रहे है कि वायरस को कम से कम फैलने से रोका जाए, इस बीच लाकडाउन को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO ने बड़ा बयान दिया है। WHO ने कहा है कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए सिर्फ लॉकडाउन ही काफी नहीं है।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स की खबर के मुताबिक, WHO के माइक रायन ने अपने एक बयान में कहा है कि सिर्फ लॉकडाउन ही कोरोना को रोकने के लिए काफी नहीं है, इस वक्त जरूरत है कि जो लोग बीमार हैं और इससे पीड़ित हैं उन्हें ढूंढा जाए और निगरानी में रखा जाए। तभी इसको रोका जा सकता है।
उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के साथ सबसे बड़ी दिक्कत ये है कि जब ये खत्म होगा तो लोग अचानक बड़ी संख्या में बाहर निकलेंगे और फिर खतरा बढ़ जाएगा।
माइक रायन ने कहा कि चीन, सिंगापुर और साउथ कोरिया ने जब लॉकडाउन किया तो उन्होंने उस हर व्यक्ति की जांच की, जिसपर कोरोना वायरस का खतरा था। अब यूरोप, अमेरिका और अन्य देशों को भी यही मॉडल लागू करना चाहिए। अगर एक बार इसे फैलने से रोक दिया जाए तो बीमारी से निपटा जा सकता है।
चीन से फैले कोरोना वायरस ने यूरोप, भारत और अमेरिका को अपनी चपेट में ले लिया है। जिसके बाद दर्जनों देशों ने अपने लोगों से घरों में रहने को कहा है और लॉकडाउन का एलान कर दिया है। भारत के कई शहरों में बार, रेस्तरां, समेत कई सुविधाओं को कुछ दिनों के लिए बंद कर दिया गया है।
बता दें कि दुनिया में कोरोना वायरस के अबतक ढाई लाख के करीब मामले आ चुके हैं, जबकि 15 हजार के करीब मौत हो चुकी हैं। अगर भारत की बात करें तो यहां करीब 400 पॉजिटिव केस सामने आए हैं और 7 मौतें हो चुकी हैं। देश के कई हिस्सों में लॉकडाउन का ऐलान किया गया है और लोगों को घरों में रहने की सलाह दी गई है।