कोरोना का कहर दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है । देश भर में 67 हजार से ज्यादा लोग इसके चपेट में आ गए हैं । डब्ल्यूएचओ ने इस वायरस का नामकरण कर दिया है । विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने पिछले साल इस बीमारी के सामने आने और इसके लिए जिम्मेदार कोरोनावायरस के कारण इसे कोविड-19 नाम दिया है।
प्रत्येक सरकार के स्वास्थ्य अधिकारियों के ताजा आंकड़ों के मुताबिक शनिवार तक चीन में 1,523 लोगों की मौत हुई और 66,492 मामलों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसके अलावा हांगकांग में एक व्यक्ति की मौत समेत 56 मामले सामने आए हैं। मकाउ में 10 मामलों की पुष्टि हुई है।
चीनी स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि कोरोना वायरस सेवेरे एक्ट्यू रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (सार्स) का ही दूसरा रूप है। बता दें कि 2002-2003 में हांगकांग और चीन से इस बीमारी से 650 लोगों की मौत हो गई थी। इसके अलावा 120 लोगों की पूरी दुनिया में मौत हुई थी। हाल ही में भारत सरकार ने भी चीन से आने वाले लोगों को लेकर अपनी ई-वीजा सुविधा पर अस्थाई रोक लगा दी थी।
इसके अलावा इस वायरस से दुनियाभर के देशों में सामने आए मामलों की संख्या इस प्रकार है:
- जापान : 259, योकोहामा में खड़े क्रूज जहाज के 218 संक्रमित लोग भी शामिल, एक व्यक्ति की मौत।
- सिंगापुर: 67
- थाईलैंड: 33
- दक्षिण कोरिया: 28
- ताइवान : 18
- मलेशिया : 21
- ऑस्ट्रेलिया: 14
- जर्मनी: 16
- वियतनाम: 16
- अमेरिका: 15, एक अमेरिकी व्यक्ति की चीन में मौत
- फ्रांस : 11
- संयुक्त अरब अमीरात: 8
- कनाडा: 8
- फिलीपीन: 3 मामले, एक व्यक्ति की मौत
- ब्रिटेन: 9
- भारत: 3
- रूस : 2
- इटली: 3
- बेल्जियम: 1
- नेपाल: 1
- श्रीलंका: 1
- स्वीडन: 1
- स्पेन: 2
- कम्बोडिया: 1
- फिनलैंड: 1
इस आंकड़ों को देखने के बाद सबसे बड़ा सवाल जो जेहन में आता है वो ये कि, इस मौत का जिम्मेवार कौन है । विश्व भर में हो रहे इन मौतों की जिम्मेवारी कौन लेगा । सरकार या विकास के पीछे भागता देश ।