देश के आठ करोड़ गरीब लोगों को मार्च 2020 तक धुएं से मुक्ति दिलाने के लक्ष्य का 90 फीसदी पूरा कर लिया गया है। जी हां, हम प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की बात कर रहे हैं। भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) ने PM उज्ज्वला योजना पर सवाल उठा दिए हैं।
CAG का कहना है कि PMUY के तहत जिन लोगों को एलपीजी गैस कनेक्शन मिले हैं, वे अपने सिलेंडर को नियमित रूप से भरवा नहीं रहे हैं।
इसके साथ ही कैग की रिपोर्ट में कई अनियमितता भी सामने आई है। इनमें एक दिन में 40 सिलेंडर के उपयोग जैसे कई अचंभे वाले मामले भी हैं। मोदी सरकार जब भी अपनी सफल योजनाओं के बारे में बात करती है तो प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY)का जिक्र जरूर होता है। साल 2015 में लॉन्च उज्ज्वला योजना के तहत गरीब महिलाओं को एलपीजी गैस कनेक्शन दिया जाता है।
कैग की रिपोर्ट के मुताबिक PM उज्ज्वला योजना का व्यापक दुरुपयोग हो रहा है। CAG की रिपोर्ट में कहा गया है कि जरूरतमंद की बजाए इस योजना का लाभ उन लोगों को मिल रहा है, जिन्हें इसकी जरूरत नहीं है।
रिफिल नहीं भर रहे लोग
कैग ने कहा है कि एलपीजी गैस के निरंतर उपयोग को प्रोत्साहित करना एक बड़ी चुनौती है। PMUY के लाभार्थियों की वार्षिक औसत रिफिल खपत में गिरावट आई है। रिपोर्ट के मुताबिक योजना के तहत जिन 1.93 करोड़ लोगों को कनेक्शन दिया गया था, उनमें से एक ग्राहक सालाना 3.66 एलपीजी ही रिफिल करवाता है।
31 दिसंबर 2018 तक 3.18 करोड़ उज्ज्वला ग्राहकों के आधार पर देखें तो सिर्फ 3.21 एलपीजी सालाना रिफिल करवा रहे हैं। इसका मतलब यह है कि लोगों ने एलपीजी सिलेंडर ले लिया है लेक किन उसे नियमित रूप से भरवा नहीं रहे हैं।
नाबालिग को मिला PMUY का लाभ
कैग की रिपोर्ट में पता लगा है कि सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी की वजह से 18 साल से कम उम्र के 80,000 लोगों को एलपीजी कनेक्शन जारी करने की अनुमति दी गई है। 8.59 लाख कनेक्शन उन लाभार्थियों को जारी किए गए हैं जो 2011 की जनगणना के अनुसार नाबालिग थे। यह प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना गाइडलाइन और एलपीजी कंट्रोल ऑर्डर 2000 का उल्लंघन है।
एक दिन में 20 रिफिल
CAG की रिपोर्ट में कहा गया है कि PMUY के तहत 13.96 लाख ग्राहक एक महीने में 3 से 41 तक एलपीजी सिलेंडर भरा रहे हैं । वहीं इंडेन और एचपीसीएल के आंकड़ों के मुताबिक 3.44 लाख ऐसे ग्राहकों का मामला भी सामने आया है जहां एक दिन में 2-40 एलपीजी सिलेंडर भरवाए जा रहे हैं। ये कनेक्शन एक सिलेंडर वाले हैं।
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि बड़ी संख्या में PMUY के घरेलू सिलेंडर का कमर्शियल इस्तेमाल हो रहा है। इसके मुताबिक 1.98 लाख ग्राहक साल में 12 से ज्यादा सिलेंडर रिफिल करा रहे हैं।
पुरुषों को भी PMUY का फायदा
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत गरीब महिलाओं को एलपीजी कनेक्शन दिया जाता है। कैग की रिपोर्ट कहती है कि इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के सत्यापन की जांच की कमी की वजह से PMUY में पुरुषों को 1.88 लाख कनेक्शन जारी किए गए थे। एलपीजी कनेक्शन जारी करने का लक्ष्य काफी हद तक हासिल कर लिया गया है।
CAG रिपोर्ट के मुताबिक 31 मार्च 2019 तक ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने 7.19 करोड़ एलपीजी कनेक्शन दिए थे, जो मार्च 2020 तक के 8 करोड़ कनेक्शन के लक्ष्य का लगभग 90 फीसदी है।