साल का अंतिम सूर्य ग्रहण 26 दिसंबर यानी कल लग रहा है 9 बजकर 30 मिनट पर अपने चरण पर होगा पूरा ग्रहण काल 2.53 घंटे का होगा। ग्रहण का सूतक 25 दिसंबर को शाम से प्रारंभ हो जाएगा और ग्रहण के मोक्ष के साथ समाप्त होगा।
26 दिसंबर यानी कल लग रहा है सूर्य ग्रहण
साल का आखिरी सूर्य ग्रहण 26 दिसंबर यानी कल लग रहा है। यह ग्रहण वलयाकर होगा। ग्रहण के दौरान सूर्य कंकण के रूप में नजर आएंगे, इसलिए इसे कंकण सूर्य ग्रहण कहा जा रहा है। यह ग्रहण सुबह 8 बजकर 3 मिनट पर लगेगा, 9 बजकर 30 मिनट पर अपने चरण पर होगा। इसके बाद 10 बजकर 56 मिनट पर मोक्ष हो जाएगा। पूरा ग्रहण काल 2.53 घंटे का होगा। ग्रहण का सूतक 25 दिसंबर को शाम से प्रारंभ हो जाएगा और ग्रहण के मोक्ष के साथ समाप्त होगा।
आचार्य ऋषिराज तिवारी के मुताबिक, यह सूर्यग्रहण संपूर्ण भारत में देखा जा सकेगा। ग्रहण का आरंभ सबसे पहले द्वारका गुजरात में होगा, लेकिन कंकण रूप में सूर्य को केवल दक्षिण भारत के कुछ राज्यों केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु में देखा जा सकता है। शेष भारत में यह खंडग्रास के रूप में देखा जा सकेगा।
सूतक का रखें ख्याल
आचार्य बालकृष्ण मिश्र के मुताबिक, सूर्यग्रहण का सूतक 12 घंटे पहले लगता है। जो भी धार्मिक कार्य करने हों, उसे सूतक काल लगने से पहले ही पूर्ण कर लेना चाहिए।
ग्रहण के समय क्या करें
- ग्रहण शुरू होने से पहले खाने की बनी हुई चीजों में तुलसी के पत्ते डाल दें। दूध में भी तुलसी डालना न भूलें। इससे भोजन ग्रहण की वजह से दूषित नहीं होते हैं।
- पीने के पानी में धुलकर साफ किए हुए तुलसी के पत्ते और कुछ बूंदें गंगाजल की मिला दें।
- गर्भवती महिलाओं को चाकू और कैंची के प्रयोग से बचना चाहिए।
- मंदिर या घर के मंदिर में पूजा न करें। भगवान की मूर्ति को स्पर्श न करें। किसी स्वच्छ स्थान पर बैठकर मन ही मन भगवान का स्मरण करें।
- ग्रहण खत्म होने के बाद पूरे घर में झाड़ू लगाकर गंगाजल का छिड़काव करें। भगवान के मंदिर को गंगाजल छिड़ककर पवित्र करें और और धूप-दीप कर उन्हें भोग अवश्य लगाएं और यथाशक्ति दान- दक्षिणा करें।
ग्रहण आरंभ: सुबह 8:03 बजे
ग्रहण मध्य: सुबह 9.22 बजे
ग्रहण का मोक्ष: सुबह 10:56 बजे
ग्रहण काल : 2 घंटे 53 मिनट