तमिलनाडु के सिरुवच्चुर गांव (Siruvachchur Village of T.M.) के 4 लड़के कोट्टाराई गांव में क्रिकेट खेलने गए थे। क्रिकेट खेलने के बाद बच्चे कोट्टराई डैम (Kottarai Dam) में नहाने चले गए। लेकिन पिछले कई दिनों से हो रही बारीश की वजह से यहां पानी ज्यादा भरा हुआ था। डैम के पास तीनो महिलाएं कपडे धो रही थी। उन्होंने जब बच्चों के डैम में उतरते देखा तो उन्हें मना किया वो डैम में ना जाए, क्योंकि डैम का पानी 15 से 20 फीट पहुंच गया है। लेकिन बच्चों ने उनकी बात अनसुनी कर डैम में छलांग गला दी। इसके कुछ देर बाद उनमें से बच्चे पानी में डूबने (Drowning in water) लगे। उन्हें पानी में डूबता देख वहां मौजूद उन तीन महीलाओं बिना वक्त गवाएं अपनी साड़ी उतार दी और उसे रस्सी बना कर 2 बच्चों को पानी से निकाल दिया लेकिन बाकी दो लड़के पानी के तेज बहाव में बह गए। इस कारनामें के लिए तीनों महिलाओं की सोशल मीडिया पर जमकर तारीफ हो रही है।
रिपोर्ट के मुताबिक इन महिलाओं का नाम सेंतामिझ सेल्वी (38) (Santamizh Selvi), मुथामाल (34) (Muthamal) और अनंतावली (34) (Provisional) है। इन महिलाओं ने नदी में डूब रहे बच्चों को बचाया। खबरों के मुताबिक ये घटना 6 अगस्त की है। मीडिया से बात करते हुए 34 साल की मुथामाल (Muthamal) ने बताया कि हमने उन्हें मना किया कि पानी गहरा होगा लेकिन वो नहाने चले गए। डैम में चार लड़के फिसल गए और गिर गए। हमने बिना कुछ सोचे अपनी साड़ी उतारी और उन्हें मदद के लिए फेंका। दो लड़के तो बच गए, लेकिन हम बाकी दो को नहीं बचा पाए। हम खुद पानी के अंदर थे लेकिन उन तक नहीं पहुंच पाए।