योगगुरु बाबा रामदेव ने आबादी नियंत्रण का अनोखा फार्मूला सुझाया है। उन्होंने कहा कि आबादी नियंत्रण के लिए कठोर कानून बनाने का समय आ गया है। कानून ऐसा हो कि जो दो के बाद तीसरा बच्चा पैदा करे उससे वोट देने का अधिकार छीन लिया जाए। चौथा हो तो उस बच्चे को भी मताधिकार से वंचित कर दिया जाए। लोगों को बच्चे पैदा करने की आजादी है पर हद से ज्यादा नहीं। एक हद से ज्यादा आबादी बोझ होगी। कई देशों ने इसे नियंत्रित करने को कदम उठाए हैं। हमारे देश में भी होना ही चाहिए। दो ही बच्चे अच्छे हैं।
भास्कर उत्सव के दूसरे दिन ‘बिजनेस टॉक शो’ में बाबा रामदेव से पत्रकार सुमित अवस्थी बातचीत कर रहे थे। जब बाबा से पूछा कि सजा देने से बेहतर तो प्रोत्साहन देना होगा। जिनके 1 या 2 बच्चे हों उन्हें विशेष सुविधा देकर भी तो जनसंख्या नियंत्रण की दिशा में बढ़ा जा सकता है क्योंकि जबरदस्ती से बात बनती नहीं। संजय गांधी का उदाहरण सामने है। जवाब में बाबा ने कहा-मूल सवाल जनसंख्या नियंत्रण का है। इकोलॉजिकल सिस्टम ठीक करने को कानून बनना ही चाहिए।
बाबा बोले-पतंजलि के बारे में भ्रम फैला रहीं विदेशी कंपनियां, उनके सपने में भी मैं ही
बाबा ने कहा कि विदेशी कंपनियां पतंजलि के बारे में भ्रम फैला रही हैं कि उसके दिन ठीक नहीं चल रहे। सच ये है कि पतंजलि ने 5000 करोड़ की कंपनी रुचि सोया का अधिग्रहण किया है। विदेशी कंपनियों को सपने में भी मैं ही दिखता हूं। आगे पतंजलि का टर्नओवर 25 हजार करोड़ का होगा। यह एफएमसीजी का सबसे बड़ा ब्रांड होगा। उनकी कोशिश होगी कि पतंजलि और रुचि सोया की ग्रोथ 200 से 300% रहे ताकि देश को फायदा मिल सके।
देश की इकोनॉमी को पटरी पर लाने के लिए बाबा ने दिए टिप्स
गिरती जीडीपी व बढ़ती महंगाई से मिल रही चुनौती पर बाबा ने कहा कि हमें प्राकृतिक ऊर्जा स्रोतों के दोहन के तरीकों में बदलाव करना होगा। ईंधन क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनना होगा। खाद्य तेलों का आयात रोकना होगा। नीतियां बनानी होंगी। खेती और डेयरी पर भी सरकार को विशेष काम करना होगा। भारत को 2025 तक 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए वार्षिक वृद्धि दर 20% से ज्यादा होनी चाहिए।