कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते लागू लॉक डाउन में लोग आपस मे बात करते मिलते हैं कि समय नही कट रहा है। ऐसे में क्या किया जाय, यही सोचते रहते हैं लेकिन इसी बीच मॉडल टाउन के धावक केशव ने कुछ ऐसा कर दिखाया जो न केवल यादगार बन गया और इतिहास में भी अपना नाम दर्ज करा लिया। मॉडल टाउन के धावक केशव मानिकटाला ने युनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका (यूएसए) के बैकयार्ड अल्ट्रा क्लब की ओर से कराई गई मैराथन में भाग लेकर इन लम्हों में रिकॉर्ड बना लिया। केशव ने 33 घंटे लगातार दौड़ कर 222 किलोमीटर नाप दिए। वह भारत में पहले नंबर पर और विश्व 17वें नंबर पर आए।
दरअसल, इस मैराथन में जो भी भाग लेता है, उसकी निगरानी जूम साफ्टवेयर के जरिये लाइव कॉन्फ्रेंसिंग से या स्ट्रावा एप्लीकेशन (मैराथन के लिए विशेष एप्लीकेशन) व जीपीएस से होती है। प्रतिभागी ट्रेडमिल पर दौड़ सकता है, अथवा मैदान या छत पर। लेकिन एक सेकेंड भी रुकना नहीं चाहिए। एक भी सेकेंड रुकने का अर्थ था मैराथन से बाहर।
केशव दोनों साफ्टवेयर से जुड़े थे। वह लगातार दिन रात दौड़ते रहे। 62 घंटे दौडऩे वाले अमेरिका के माइकल वोडन इसमें पहले स्थान पर रहे। यूएसए के टेनिसी स्टेट के क्लब की ओर से आयोजित इस मैराथन में केशव ने भारत में पहले और विश्व में 17 वें स्थान पर जगह बनाई। इसमें 50 देशों के तीन हजार धावकों ने भाग लिया।
नियम के मुताबिक एक घंटे में सात किलोमीटर दौडऩा जरूरी है। केशव वर्ष 2012 से रेस लगा रहे हैं। 17 बार 100 किलोमीटर की रेस लगा चुके हैं। उनके नाम स्ट्रावा क्लब ऑर्गेनाइजेशन पर रिकॉर्ड भी दर्ज है। इस क्लब के दस लाख 17 हजार 561 सदस्य है। इनमें वह फिलहाल पांचवें स्थान पर हैं।
इससे पहले केशव के नाम 100 दिन की रनिंग में 5300 किलोमीटर की दौड़ लगाने का पहला रिकॉर्ड दर्ज है। इसमें 43 देशों के तीन हजार प्रतिभागियों में 18 भारत के थे। इनमें 17 धावक 10 घंटे में ही मैराथन से बाहर हो गए।