अजीबो-ग़रीब चीज़ें सिर्फ़ घने जंगलों, पहाड़ों व प्राचीन इमारतों तक ही सीमित नहीं हैं. खाने-पीने की दुनिया भी कई रोचक और सोच से परे चीज़ों से भरी हुई है. आपने कई ऐसी अनोखी जगहों के बारे में सुना होगा, जहां उन चीज़ों को खाया जाता है जिन्हें आम इंसान नहीं खाते. वहीं, कुछ ऐसे व्यंजनों का नाम भी सुना होगा, जिनकी क़ीमत आम जनता की पहुंच से कोसों दूर है.
इसी क्रम में हम आपको ऐसे ख़ास गोश्त के बारे में बताने जा रहे हैं, जो अपनी श्रेणी का सबसे महंगा गोश्त है. आइये, लेख में आगे बढ़ते हैं और जानते हैं इसकी हक़ीकत.
सुअर का मांस
भारत की तुलना में वेस्टर्न कंट्रीज़ में सुअर के मांस को लोग बहुत पसंद करते हैं. जानकर हैरानी होगी कि सिर्फ़ स्पेन में लोग प्रतिवर्ष 1 लाख़ 60 हज़ार टन सुअर के मांस को खा जाते हैं. इस तथ्य से अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि वहां के लोग इस मांस को कितना पसंद करते हैं. दरअसल, ये न सिर्फ़ उनके खान-पान, बल्कि उनकी संस्कृति का भी हिस्सा है.
सबसे महंगा सुअर का मांस
स्पेन में एक ख़ास प्रकार के सुअर का गोश्त खाया जाता है, जिसकी एक टांग की क़ीमत लाख़ों में है. दरअसल, इस ख़ास सुअर से हैम (HAM) तैयार किया जाता है, जिसके स्वाद और बनाने की प्रक्रिया की वजह है इसकी क़ीमत इतनी ज़्यादा है. बता दें कि हैम, सुअर के पुट्ठों (Buttocks) वाला भाग होता है, जिसे प्रिज़र्व करके तैयार किया जाता है.
जानकर हैरानी होगी कि स्पेन के Eduardo Donato (हैम का निर्माण करने वाले) नामक शख़्स ने इस ख़ास प्रजाति के सुअर की एक टांग को 3 लाख 28 हज़ार में बेचा था. इस हैम को Guinness World Records में भी जगह दी गई है.
सुअर की ख़ास प्रजाति
जिस ख़ास प्रजाति के सुअर से यह महंगा हैम तैयार किया जाता है, उन्हें स्पेन मौजूद अंडालूसिया के नज़दीकी इलाकों में पाला जाता है. ये ख़ास काली नस्ल के सुअर होते हैं, जिनका हैम बहुत ही स्वादिष्ट माना जाता है. आपको बता दें कि स्पेन में इस हैम को ‘जैमोन इबेरिको डी बेलोटा’ कहा जाता है.
ग्रामिण संस्कृति का हिस्सा है सुअर का मांस
स्पेन, आइबेरियन प्रायद्वीप के अंतर्गत आता है. वहीं, आइबेरियन में सुअर के मांस को सदियों में खाया जा रहा है. स्पेन में ये न सिर्फ़ भोजन, बल्कि यहां की ग्रामीण संस्कृति का हिस्सा भी है. यहां होने वाले हर जश्न में सुअर की बलि दी जाती है. वहीं, सुअर के पुट्ठों वाले भाग को छोड़कर बाकी हिस्से को पकाकर खाया जाता है. पुट्ठों को हैम बनाने के लिए अलग रख लिया जाता है.
ख़ास तरह से पाला जाता है इन सुअरों को
सुअरों की इन काली प्रजाति को प्राकृतिक तरीके से पाला जाता है यानी बिना किसी हार्मोन इंजेक्शन और रसायन के. Eduardo Donato की बात करें, तो अपने फ़ार्म में सुअरों को प्राकृतिक तरीके से ही बढ़ने देते हैं. यही वजह है कि उनके फ़ार्म में तैयार हैम सबसे महंगा होता है. Eduardo अपने सुअरों को ओक के फल खिलाते हैं. साथ ही अन्य स्वादिष्ट और पोषक चीज़ें भी. यही वजह है इन सुअरों का मांस बहुत ही स्वादिष्ट होता है.
सालों लगते हैं हैम तैयार करने में
माना जाता है कि जिन सुअरों से हैम तैयार किया जाता है, उन्हें काटने से पहले तीन से चार साल तक अच्छी तरह खिला-पिलाकर बड़ा किया जाता है. फिर उनके पुट्ठों को अलग कर लगभग पांच से सात सालों तक अच्छी तरह प्रिज़र्व किया जाता है.
बनने की एक जटिल प्रक्रिया
दुनिया का सबसे महंगा हैम एक जटिल प्रक्रिया से गुज़र कर तैयार होता है. सबसे पहले काटे गए पिछले पैरों को सात दिन तक नमक के ढेर में रखा जाता है. फिर इन्हें अच्छी तरह धोकर तीन महीने तक कमरे में सुखाया जाता है. फिर अंत में इन्हें ख़ास बने अंधेरे कमरे में प्रिज़र्व कर दिया जाता है. यहां ये लगभग 5 से 7 सालों तक रहते हैं. फिर इन्हें पैक करके मार्केट में लाया जाता है.
तो दोस्तों, ये थी दुनिया के सबसे महंगे हैम की दिलचस्प कहानी. आपको यह लेख कैसे लगा, हमें कमेंट में जरूर बताएं.