अभी नेटफ्लिक्स पर एक वेब सीरीज आई थी । नाम था ‘रे’। इसमें सत्यजीत रे की चार अलग-अलग कहानियों पर सीरीज फिल्माई गई थी । इनमें से एक थी रूह सफा । इसमें एक्टर मनोज वाजपेयी को एक अजीब बीमारी से ग्रसित दिखाया गया था । बीमारी का नाम है – ‘क्लेप्टोमेनिया’ । यह बीमारी दरअसल चोरी को बढ़ावा देती है । आपके अंदर चोरी करने की प्रवृति आ जाती है । और आप न चाहते हुए भी चीजें चुराने लगते हैं ।
चोर किसी के भी मन में बैठा हो सकता है, फिर भले ही वो चाहे 8 करोड़ की रोल्स रॉयस गाड़ी से चलने वाला एक उद्योगपति और नेता ही क्यों ना हो। लेकिन मुंबई शिवसेना के नेता ने जो चोरी की है वो कोई बीमारी नहीं है । बल्कि जानबूझकर की गई चोरी है । चोरी भी कोई लाखों करोड़ों की नहीं बल्कि मात्र 35 हजार की। हां, ये 35 हजार सामान्य लोगों के लिए बड़ी रकम हो सकती है लेकिन करोड़ों की गाड़ी में चलने वाले के लिए ये बहुत छोटी रकम ही है और इसी छोटी रकम के लिए अब एक उद्योगपति और शिवसेना नेता पर चोरी का इल्जाम लगा है।
यह मामला है एक शिव सेना नेता से जुड़ा हुआ। कल्याण इलाके के संजय गायकवाड एक उद्योगपति होने के साथ साथ शिवसेना नेता भी हैं। इस समय उनका नाम मीडिया की सुर्खियों में बना हुआ है। उनको लेकर हो रही इस चर्चा का कारण है उन पर दर्ज किया गया ऐसा मामला जिसमें वह 35,000 रुपये की बिजली के चोर बताए जा रहे हैं।
शिवसेना नेता संजय पर एमएसईडीसीएल ने यह मुकदमा दर्ज करवाया है।एमएसईडीसीएल कंपनी के अधिकारियों को इस साल मार्च में बिजली चोरी के बारे में पता चला। जांच के बाद उन्होंने पाया कि बिजली की ये चोरी संजय गायकवाड नामक शिवसेना नेता की कल्याण ईस्ट कोलसेवाडी स्थित कंस्ट्रक्शन साइट पर की जा रही थी।
बस फिर क्या था कंपनी ने बिना देर किए संजय गायकवाड के नाम 34 हजार 840 रुपये का बिल भेजा दिया। कंपनी ने उन्हें ये भी बताया था कई कि 15,000 रुपये का जुर्माना भी जल्द से जल्द भरें। कंपनी के नोटिस भेजने के बाद भी गायकवाड ने 3 महीने के अंदर बिल और जुर्माने की रकम नहीं भरी। इसके बाद महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के अधिकारियों ने गायकवाड के खिलाफ शिकायत दर्ज करवा दी।
एमएसईडीसीएल द्वारा शिकायत किये जाने के बाद संजय गायकवाड ने आखिरकार 12 जुलाई को 49 हज़ार 840 का बिल और जुर्माना जमा कर ही दिया। इसकी जानकारी एमएसईडीसीएल के अधिकारियों की तरफ से जारी की गई प्रेस रिलीज में दी गई थी।
हालांकि शिवसेना के नेता का कहना है कि एमएसईडीसीएल द्वारा उनके खिलाफ लगाए गए आरोप गलत हैं तथा वह किसी भी बिजली चोरी में शामिल नहीं थे। उनके मुताबिक ये उन्हें बदनाम करने की साजिश है। इसके अलावा उन्होंने इस मामले की जांच करने की बात कही है।