बिहार (Bihar) के पूर्व राजद सांसद और बाहुबली शहाबुद्दीन (shahabuddin) मौत के बाद भी सुर्खियों में है. ताजा मामला दिल्ली में उनकी कब्र को मकबरा बनाने का काम रोकने का है. पिछले महीने दिल्ली के अस्पताल में पूर्व सांसद शहाबुद्दीन की मौत हो गई थी. कोरोना संक्रमण के बाद उन्हें इलाज के लिए भर्ती किया गया था. आज पुरानी दिल्ली के दिल्ली गेट (Delhi Gate) इलाके में स्थित कब्रिस्तान में शहाबुद्दीन की कब्र पर मकबरा बनाए जाने के काम को पुलिस ने रोक दिया. पुलिस के मुताबिक शहाबुद्दीन की कब्र को पक्का किया जा रहा था, जिसके लिए सीमेंट की पिलर तैयार की जा रही थी. पुलिस ने कहा कि कब्रिस्तान के नियमों के मुताबिक किसी भी शख्स के कब्र को पक्का नहीं किया जा सकता है.
धार्मिक तौर पर पक्की कब्र बनाना सही नहीं है
इधर, पूर्व सांसद और बिहार के बाहुबली नेता शहाबुद्दीन की कब्र को मकबरा बनाने के मामले पर हुई आलोचनाओं के बाद कब्रिस्तान कमेटी का बयान भी सामने आया है. कमेटी ने साफ किया कि कब्र को मकबरा बनाए जाने के लिए तैयार किए जा रहे सीमेंट के पिलर हटा लिए जाएंगे. कमेटी ने यह भी कहा कि इस्लाम में धार्मिक तौर पर पक्की कब्र बनाना सही नहीं है.
सियासत फिर देखने को मिल सकती है
पिछले महीने 1 मई को शहाबुद्दीन की मौत के बाद उनके शव को बिहार के सीवान ले जाए जाने को लेकर दिल्ली से पटना तक सियासी बयानबाजी देखने को मिली थी. उनके परिजन जहां सीवान में उन्हें सुपुर्द-ए-खाक करने की मांग कर रहे थे, वहीं एक तबका दिल्ली में ही शव को दफन करने की बात कह रहा था. मामले को लेकर आरजेडी के शीर्ष नेताओं और शहाबुद्दीन के परिजनों के तीखे बयान सामने आए थे. आखिरकार दिल्ली गेट कब्रिस्तान में ही उनके शव को सुपुर्द-ए-खाक किया गया. बहरहाल, दिवंगत सांसद की मौत के बाद अब कब्र को मकबरा बनाने का काम रोकने को लेकर आगामी दिनों में सियासत फिर देखने को मिल सकती है.