तस्वीर उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से दिल्ली की ओर जाने वाली मेमू ट्रेन की है। इनमें क्षमता से 10 गुना ज्यादा लोग जान जोखिम में डालकर सफर कर रहे हैं। दरअसल, दिल्ली-एनसीआर और राजस्थान समेत देश के कई राज्यों में स्कूल खुल गए हैं। ऐसे में उत्तर प्रदेश के छात्रों में स्कूल, कॉलेज और कोचिंग इंस्टीट्यूट पहुंचने की होड़ मच गई है।
खास बात यह है कि कोरोना काल के कारण देश में अभी ट्रेनें भी सीमित संख्या में ही चल रही हैं। ऐसे में छात्रों को जिस ट्रेन में जहां जगह मिल रही है, वहीं लटककर या बैठकर सफर कर रहे हैं। कोरोना काल के बीच लोगों की यह लापरवाही सुपर स्प्रेडर साबित हो सकती है। क्योंकि सफर करने वाले ज्यादातर लोगों ने मास्क नहीं पहने हैं और नही उनके बीच किसी प्रकार की सोशल डिस्टेंसिंग है। ऊपर से लोग 25 हजार वोल्टेज की हाई टेंशन लाइन के नीचे बैठकर सफर कर रहे हैं। गाजियाबाद रेलवे स्टेशन के अधिकारी ने बताया कि छात्रों की यह भीड़ सोमवार से बढ़ी है। कोरोना काल को ध्यान में रखते हुए बुधवार से यात्रियों की भीड़ को नियंत्रित किया जाएगा।