भारतीय रेलवे (Indian Railway) जल्द वॉटर वेंडिंग मशीन (डब्ल्यूवीएम) सर्विस बंद कर सकता है। इस सर्विस के जरिए यात्रियों को 2 रुपए में 300 मिली शुद्ध पानी मुहैया कराया जाता है। नवभारत टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक यह सर्विस यात्रियों के लिए तो फायदेमंद है लेकिन ठेकेदारों को यह मंहगी पड़ रही है। इंडियन रेलवे केटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (आईआरसीटीसी) ने पश्चिम रेलवे के 23 स्टेशनों पर इस सर्विस को खत्म कर दिया है। आईआरसीटीसी ने इस बात की जानकारी शुक्रवार को एक पत्र लिखकर साझा की है।
इस सर्विस को मुहैया करवाने वाली कंपनी हाई टेक स्वीट वॉटर टेक्नॉलजी प्राइवेट लिमिटेड ने बिजली और पानी के बिल को अब तक नहीं भरा है। यह बिल रेलवे ने जारी किए हैं। यही नहीं पानी की शिकायतों पर आईआरसीटी (IRCTC) की तरफ से लगाई गई जुर्माना राशि भी अब तक पेंडिंग है।
कंपनी के इस रवैये पर IRCTC ने रेलवे को यह सूचित कर दिया है कि जब तक कंपनी बिल का भुगतान नहीं कर देती तब तक उसे मशीन के किसी भी हिस्से को ले जाने की अनुमति न दी जाए। ऐसे में तय है कि जब तक कंपनी बिल का भुगतान नहीं कर देती तब तक पश्चिम रेलवे के इन स्टेशनों पर यह सस्ते में पानी देने की यह सर्विस शुरू नहीं हो सकेगी। हालांकि अन्य कंपनियों की तरफ से दी जा रही यह सर्विस पहले की तरह ही चालू रहेंगी।
बता दें कि मामूली दर पर स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से वर्ष 2015 में वॉटर वेंडिंग मशीन लगाने की परियोजना शुरू की गई थी। इन मशीनों से रिवर्स ओसमोसिस (आरओ) तकनीक से शुद्ध पानी मिलता है। डब्ल्यूवीएम को 24 घंटे स्वचालित या हाथ से संचालित किया जाता है। मंत्रालय ने कहा कि इन मशीनों से मिलने वाला पानी बोतलबंद मिनरल वॉटर से भी सस्ता होगा।