आज मोदी जी टीवी पर प्रकट हुए और लोगों से अपील की, कि 5 तारीख को 9 बजे रात में 9 मिनट दीजिये । मोदी जी ने कह दिया तो लोग मानेंगे ही । लेकिन सोशल मीडिया में इस बात ने भूचाल ला दिया है । तरह-तरफ के मीम्स और कमेंट आने शुरू हो गए हैं । इस पोस्ट में हमने सिर्फ कुछ लोगों के पोस्ट को कॉपी पेस्ट कॉपी किया है ।
मोदी का फॉर्मूला नम्बर – 599, 5 तारीख 9 बजे 9 मिनट
Jey Sushil : क्या कीजिएगा इंतज़ार कीजिए. वाट्सएप पर आता ही होगा कि कैसे दीया, मोमबत्ती, टार्च या मोबाइल की लाइट जलाने से लाइट थेरेपी होगी और उससे वा’यरस पराजित हो जाएगा. रेवती नक्षत्र से कैसे कोई ग्रह घंटी नक्षत्र में प्रवेश करेगा जब प्रकाश से को’रोना वा’यरस की आंखें चुंधिया जाएंगी. आदि आदि आदि.
मैं अब तक समझता था कि नेताओं का काम नीति बनाना और उन्हें लागू करना होता है. लेकिन अब पता चला कि इवेंट मैनेजमेंट भी एक काम है. वर्ना नौ बजे नौ मिनट. आठ तारीख आठ बजे अब तक हमने इवेंट वगैरह में ही देखा सोचा जाना समझा था.आपने हवाई यात्रा रोकने का बढ़िया फैसला किया था. लॉकडाउन में भी थोड़ी प्लानिंग होती तो अच्छा फैसला हो सकता था. ये घंटा घड़ियाल बजाना और दिए जलाना प्लीज़ न करें.
Basu Mitra –पहले फिल्म शुरू होने से पहले दर्शकों के मन बहलाने और लोगों को जानकारी देने सिनेमाघरों में रिकॉडिंग गाना चलाया जाता था कि दर्शक बोर नहीं हो। कुछ ऐसा ही लगा आज 9AM
Hrishikesh Sharma- यार हम वामपंथी और देशद्रोही ही सही, लेकिन इत्मीनान से सोचना कि क्या फ्लैशलाइट और मोमबत्ती से इसका मुकाबला हो सकता है क्या? तुम्हें नहीं लगता कि तुम्हारा वोट लेकर ये आदमी चू/तिया काट रहा है बस? बस दो चीज़ें हो सकती है, या तो ये खुद बहुत बड़ा मूर्ख है नहीं तो जनता को बहुत बड़ा समझता है। संवेदनहीनता के किस स्तर पर है ये इंसान?
Ravishankar Upadhyay : बइठल बनिया क्या करे, ई पलड़ा से उ पलड़ा. बइठल सरकार क्या कराए, थाली बजवाए, दीया जलवाए. बिहार सरकार ने केंद्र सरकार से 5 लाख पीपीई किट की मांग की, लेकिन अभी तक 4 हजार ही मिले। 10 लाख एन-95 मास्क की मांग की गई, 50 हजार ही मिले। 10 लाख सी-प्लाई मास्क की बजाए 1 लाख मिले। मांगे गए 10 हजार आरएनए एक्सट्रैक्शन किट में से अभी तक 250 ही मिले हैं। 100 वेंटिलेटर में एक भी नहीं मिले।
दीया जलाइए, दीवाली का मौका है।
Vikas Kumar : इस मुल्क में आकर को/रोना भी शर्मिंदा है। सोच रही होगी: यार, क्या कमाल के लोग हैं इस देश में.
Aman Jha : थाली के आवाज़ से जो कोरोना का कीड़ा बच गया था, उसको मोबाइल के फ़्लैश से मा/रा जाएगा।