अंकल अंकल यह लो पैसे। मैंने गुल्लक तोड़ कर अभी अभी य पैसे निकले हैं। आप इसे कोरोना मरीजों के लिए खर्च कर दो। ताजा अपडेट के अनुसार ये उत्तर प्रदेश के अकबरपुर की बच्ची तहरीन है। इसने अपना गुल्लक तोड 4500 रूपये लायी है कि अंकल गरीबों को खाना खिला देना । इस छोटी बच्ची का नाम तहरीन खान है और पिता का नाम मोहम्मद बसर खान निवासी अकबरपुर बच्ची की उम्र 6 वर्ष है ये प्यारी बच्ची अपनी गुल्लक तोड़कर प्रभारी निरीक्षक अकबरपुर अमित प्रताप सिंह को ₹4500 देते हुए कहा कि अंकल इन रुपयों से गरीबों को खाना खिला देना सलाम है ऐसी बच्ची को उसकी सोच को सलाम ।
हर प्रवासी मजदूर को मिलेगी मदद, हाईवे किनारे लगेंगे कैंप
कोरोना वायरस के विरुद्ध युद्ध के लिए घोषित देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान उपजी परिस्थितियों को देखते हुए हर प्रभावित की मदद के लिए केंद्र सरकार ने कमर कस ली है। इसी दिशा में गृह मंत्रलय ने राज्यों को निर्देश दिया है कि विपरीत हालात में महानगरों से पैदल ही सैकड़ों मील दूर अपने घरों की निकल पड़े प्रवासी मजदूरों के रहने, खाने का इंतजाम किया जाए। लॉकडाउन के दौरान देश के हालात की समीक्षा के लिए बुलाई गई बैठक के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने स्पष्ट किया कि सरकार प्रवासी मजदूरों की हर तरह से सहायता के लिए वचनबद्ध है।