उत्तर-पूर्वी दिल्ली के कई इलाकों में भड़के दंगों में आम आदमी पार्टी (आप) के पार्षद ताहिर हुसैन की भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है। उस पर दंगाइयों को शह देने के आरोप लग रहे हैं। कुछ विडियो सामने आए हैं जिसमें उसके घर से लगातार गोलीबारी हो रही है। पेट्रोल बम फेंके जा रहे हैं। उसके छत पर जमा लोग पत्थरबाजी कर रहे हैं। कई विडियो ऐसे आए हैं जिनमें ताहिर खुद रॉड के साथ छत पर दिखाई दे रहा है। साथ में कुछ लोग भी हैं।
दिल्ली के पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा ने आरोप लगाया है कि हुसैन के घर से निकले गुंडों ने ही आईबी के कॉन्स्टेबल अंकित शर्मा की हत्या की थी। अंकित का शव नाले से बरामद किया गया था। पत्रकार राहुल पंडिता ने चश्मदीदों के हवाले से बताया है कि अंकित के अलावा दो और लोगों को दंगाई खींचकर ताहिर के घर ले गए थे। वहीं, जी न्यूज से बातचीत में अंकित शर्मा के भाई ने चार लोगों को खींचकर ताहिर के घर ले जाने का दावा किया है।
राहुल पंडिता ने ट्वीट कर कहा है कि चॉंदबाग के मूॅंगा नगर के लोगों ने ताहिर हुसैन पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं। कई चश्मदीदों ने बताया है कि अंकित शर्मा के अलावा दंगाई दो और लोगों को हुसैन के घर घसीटकर ले गए।
वहीं जी न्यूज को अंकित शर्मा के भाई ने बताया, “मुस्लिम लोग जो सीएए-एनआरसी का विरोध कर रहे हैं, लोगों को मार रहे हैं, ये बहुत गलत कर रहे हैं। इन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए। इन्होंने कई घरों का नाश कर दिया। इसमें एक घर हमारा भी बर्बाद हो गया।” अंकित के भाई के अनुसार उनके भाई ड्यूटी से लौट रहे थे जब दंगाई गली के बाहर से उन्हें खींचकर ले गए। उनके मुताबिक भीड़ चार लोगों को खींचकर ताहिर हुसैन के मकान में लेकर गई और उन्हें मारकर नाले में फेंक दिया।
नीचे के विडियो में आप अंकित शर्मा के परिवार का वो बयान देख सकते हैं, जिससे पता चलता है कि कैसे दंगाई अंकित को गली से घसीटते हुए ले गई। परिवार का रो-रो कर बेहद बुरा हाल है।
इस बीच ताहिर ने एक विडियो जारी कर अपनी भूमिका पर सफाई दी है। वो कहता है, “बहुत सारी भीड़ जबर्दस्ती मेरा गेट तोड़ अंदर आना चाहती थी। मैंने पुलिस बुलाई। वो आए। हमारे मकान की तलाशी ली गई। जब कोई दंगाई नहीं दिखा तो मैं पुलिस के सहयोग से जान बचाकर बाहर निकला। पुलिसवालों की निगरानी एक दिन रही उसके बाद पुलिस चली गई। मैं एक सच्चा, अच्छा भारतीय मुसलमान हूॅं, मैं आगे भी हिंदू-मुसलमान भाईचारे के लिए काम करता रहुँगा। मैं खुद जान बचाकर परिवार के साथ एक रिश्तेदार के पास हुँ। मैं बच्चे की सौगंध खाकर कहता हूँ कि इन सबसे मेरा कोई लेना-देना नहीं है। मैं इस तरह की घटिया राजनीति नहीं कर सकता।”