तीन कृषि विधेयकों (Farm Reform Bills) को लेकर किसानों का विरोध जारी है. कई राज्यों के किसान इन बिलों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. लोकसभा में पारित होने के बाद शिरोमणि अकाली दल (SAD) के कोटे से केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल (Harsimrat Kaur Badal) ने इस्तीफा दे दिया था लेकिन सरकार अपने रुख पर कायम रही.
वह इन विधेयकों को किसानों के हित में बता रही है. इस बीच आज (रविवार) इन्हें राज्यसभा (Rajya Sabha) में पेश किया गया. विधेयकों पर बहस चल रही है. विपक्ष ने कहा कि सरकार किसान बिल को लेकर जल्दबाजी दिखा रही है. आंकड़ों के आधार पर केंद्र सरकार को इन विधेयकों को पास कराने के लिए 122 सांसदों का साथ चाहिए होगा.
BJP और NDA के सहयोगी दलों को मिलाकर (शिरोमणि अकाली दल इसमें शामिल नहीं है) यह संख्या 105 हो रही है. AIADMK के 9 सांसद विधेयकों का समर्थन कर चुके हैं, जिन्हें मिलाकर संख्याबल 114 हो रहा है. जिसके बाद NDA को 8 सांसदों का समर्थन और चाहिए होगा. ऐसे में बीजू जनता दल, YSR कांग्रेस, तेलंगाना राष्ट्र समिति और तेलुगू देशम पार्टी पर सभी की नजरें टिकी हैं.