पापा बैंक में काम करते थे । अचानक से उनकी मौत हो गई । बेटे ने अनुकंपा के आधार पर नौकरी के लिये अप्लाय किया । लेकिन नौकरी मिलने में देर हो गई । इसलिये बेटे ने प्लान बनाया और स्टेट बैंक की एक फर्जी ब्रांच ही खोल ली । इस ब्रांच में सबकुछ बैंक जैसा ही था । हुबहू । लेकिन किसी ग्राहक ने शिकायत कर दी और भांडा फूट गया । मामला तमिलनाडू का है ।
तमिलनाडु में फर्जी बैंक खोलने वाले तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। कडलोर जिले के पनरुत्ती में स्टेट बैंक के एक पूर्व कर्मचारी के 19 साल के बेटे ने स्टेट बैंक की ही फर्जी ब्रांच खोल रखी थी। अब स्टेट बैंक की असली ब्रांच के मैनेजर वहां पहुंचे को सेटअप देखकर हैरान रह गए क्योंकि यह पूरी तरह स्टेट बैंक की तरह ही बनाई गई थी। अब पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है।
एसबीआई के एक पूर्व कमर्चारी के बेटे कमल बाबू ने फर्जी बैंक में कंप्यूटर, लॉकर, फर्जी कागज और अन्य चीजें रखकर इसे एकदम बैंक जैसा बनाया था। यहां तक कि पनरुत्ती बाजार ब्रांच के नाम पर एक वेबसाइट भी बनाई गई थी। पुलिस ने कमल के साथ-साथ ए कुमार (42) और एम मणिकम को भी पकड़ा है। इन लोगों ने लॉकडाउन के बीच अप्रैल में ही ब्रांच खोली थी।
ग्राहकों ने पूछताछ की तो खुल गई पोल
इस फर्जी ब्रांच की पोल उस वक्त खुली, जब एसबीआई के एक ग्राहक ने इस ब्रांच के बारे में नॉर्थ बाजार ब्रांच में पूछताछ की। एक ग्राहक ने इस फर्जी ब्रांच में मिली पर्ची नॉर्थ बाजार ब्रांच के मैनेजर को दिखाई तो उनका दिमाग सन्न रह गया। जब वे फर्जी ब्रांच पहुंचे तो हैरान रह गए क्योंकि इस फर्जी बैंक में भी सबकुछ असली जैसा था। अब पुलिस ने इन तीनों के खिलाफ आईपीसी की धारा 473, 469, 484 और 109 के तहत केस दर्ज किया है।
बताया गया कि कमल के पिता बैंक के कर्मचारी थी। लगातार बैंक आने-जाने के कारण कमल को बैंक के कामकाज के बारे में काफी हद तक जानकारी थी। कुछ साल पहले ही उसके पिता की मौत हुई और मां रिटायर हुईं। पिता की मौत के बाद उसने नौकरी के लिए अप्लाई किया। नौकरी मिलने में देरी हुई तो उसने अपनी ही ब्रांच खोल ली।
अभी तक धोखाधड़ी का केस नहीं, जांच जारी
फिलहाल किसी ग्राहक ने नुकसान की सूचना नहीं दी है। कमल ने भी कहा है कि उसने किसी के साथ धोखाधड़ी करने के लिए बैंक नहीं खोली थी। हालांकि उसकी मां और चाची के बैंक अकाउंट के बीच कई सारे ट्रांजैक्शन किए गए हैं। इस केस में जांच की जा रही है।