हर तरफ कोरोना वायरस को लेकर सावधानियां बरतने की सलाह दी जा रही है। बार-बार हाथ धोने, सैनिटाइजर का प्रयोग करने, खांसते या छींकते समय मुंह पर हाथ या रुमाल रखने, एक मीटर की शारीरिक दूरी बनाए रखने, भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचने और मास्क लगाने आदि सुझाव दिए जा रहे हैं। लोग इसे अपना भी रहे हैं, लेकिन कुछ सामान्य सी आदतों पर लोग अब भी ध्यान नहीं दे रहे। पर ये खतरनाक और जानलेवा हैं।
सदर अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सा पदाधिकारी डॉ.अभिषेक तिवारी बताते हैं कि सरल, सहज और सेहतमंद जीवन के लिए जरूरी होती हैं अच्छी आदतें। ये हमें खुश तो रखती हैं, साथ ही ऊर्जा से भरपूर और बीमारियों से काफी हद तक दूर भी। बाजार में अक्सर फल खरीदते समय चख लेने की आदत, कुछ फलों को दुकान पर ही बिना धोए या साफ किए खा लेने की लत, कभी कभार फलों को सूंघना आदि हमारे लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं। ये आदतें कोरोना समेत कई संक्रमित बीमारियों को जन्म देती हैं। बैंकों या दुकानों में जीभ से हाथ गीला कर नोट गिनने की आदत और बाजार से आने के बाद जूता या चप्पल पहनकर ही घर में प्रवेश भी संक्रमण ला सकता है।
सड़क किनारे ठेले-खोमचे पर बिकनेवाली खाद्य सामग्री जहर से कम नहीं होतीं। हमें बीमारियों से बचाव के लिए अपने पुराने व्यवहार में बदलाव करने होंगे। वरिष्ठ चिकित्सक डॉ.अनिल कुमार कहते हैं कि नोटों को गिनते समय थूक लगाने की आदत हमारे लिए खतरनाक साबित हो सकती है। ऐसा करने से हम खुद भी कोरोना वायरस के शिकार होंगे और दूसरों को भी करेंगे। हर दिन ये नोट तमाम लोगों के हाथ से होकर गुजरते हैं। ऐसे में वायरल इंफेक्शन की आशंका रहती है। नोट अगर लंबे समय तक डंप हैं तो नमी से फंगस होने की आशंका होती है। आमतौर पर लोग उंगली से जीभ को छूकर नोट गिनते हैं। इससे संक्रमण फैलने की आशंका कई गुना बढ़ जाती है।
खुद को सेहतमंद व संक्रमण मुक्त रखना आपके हाथ में
वरिष्ठ फिजीशियन डॉ.एसके पांडेय कहते हैं कि खुद को सेहतमंद और बीमारियों से दूर रखना काफी हद तक अपने हाथ में है। अगर हम अपनी आदतों में कहीं बाहर से आने के बाद हाथ-पैरों की सफाई, बाहर का खाना खाने से परहेज, नियमित व्यायाम जैसी छोटी-छोटी बातों को शामिल कर लेंगे तो बहुत कम बीमार पड़ेंगे। अच्छी सेहत के लिए यह बेहद जरूरी है।