उत्तर प्रदेश के संभल के सांसद शफीकुर रहमान ने साबित कर दिया है कि राजनीति करने के लिये साइंटिफिक बातें करना जरूरी नहीं है। बेतुकी बातों से भी पॉलिटिक्स चमचमाती रहती है। बहरहाल इस बार उन्होंने बकरीद के बहाने इलाके के वोट बैंक को मजबूत करने का तरीका ढूंढ निकाला है। सांसद ने 21 जुलाई को कहा- बकरीद में सरकार को सारे मस्जिद और ईदगाहें खोल देनी चाहिये। यह तो अब साबित हो गया है कि कोरोना वायरस महामारी अल्लाह का कहर है। अगर इंसानों के बस की बात होती तो इलाज मिल गया होता।
ईदगाह और मस्जिदें खुल जायेंगी तो लोग अल्लाह से दुआ करेंगे। उन्होंने कहा- बकरीद आ रहा है। ऐसे पाक समय में खुदा की इबादत ही इंसान को बचा सकती है। बाजार को खोला जाना चाहिये ताकि लोग जानवर खरीदें और अल्लाह पाक को कर्बानी से नवाजें। यह बेहद जरूरी हो गया है कि लोग अल्लाह की चौखट पर आयें और फरियाद करें। अभी तक कोरोना बीमारी का कोई इलाज नहीं खोजा जा सका है। साफ है यह बीमारी नहीं है। ऊपर वाले ने हमें सजा दी है।
No cure of Coronavirus has been found so far, which means Coronavirus is not a disease but punishment by God for our sins. The best cure of Corona is that we all pray to God: Shafiqur Rahman Barq, Samajwadi Party MP from Sambhal https://t.co/5lq2gZZhYe
— ANI UP (@ANINewsUP) July 21, 2020
इधर इस्लामी शिक्षण संस्थान दारुल उलूम देवबंद ने बकरीद को देखते हुय उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है। उनसे मांग की है कि बकरीद में ईदगाह और मस्जिदें खोल दी जायें ताकि लोग इबादत कर सकें। मार्केट पर किसी तरह की पाबंदी न हो। लोगों को मनचाहा जानवर खरीदने दिया जाये ताकि कुर्बानी में कोई खलल न पड़े।
बता दें कि बकरीद का त्यौहार शनिवार को राज्य सरकार द्वारा घोषित लॉकडाउन के दिन ही पड़ने की आशंका है। इसलिए शनिवार और रविवार के लॉकडाउन को खत्म कर उसके स्थान पर मंगलवार और बुधवार को लॉकडाउन करने की डिमांड की गई है।